MP के अस्पताल में दिखा अनोखा नज़ारा, बंदर से करवाया आश्रम का उद्घाटन, आखिर क़्या है वजह

A Monkey Cut The Ribbon Of The Ashram In Bhind: मध्यप्रदेश के भिंड में एक अनोखी घटना घटी, जहाँ घायल पशु-पक्षी और जानवरों की सेवा के लिए संचालित आश्रम में सोमवार को नए हॉल का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर कोई मंत्री या नेता नहीं, बल्कि एक खास बंदर ‘रोमा’ ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इंसानियत ग्रुप साल 2013 से समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय है। इस ग्रुप से जुड़े लगभग 150 सदस्य अपने नाम के साथ कोई उपनाम नहीं जोड़ते, बल्कि सिर्फ ‘इंसानियत’ लिखना अपना पहचान मानते हैं। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए, संस्थापक अनंत भी अब ‘अनंत इंसानियत’ के नाम से ही पहचाने जाते हैं। 3 हजार से अधिक घायल जानवरों को मिल चुकी है मदद इंसानियत ग्रुप ने अब तक 3 हजार से अधिक घायल और बीमार जानवरों का सफल इलाज किया है। खास बात यह है कि उन्होंने इस सेवा के लिए कभी सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं ली। इसके बजाय, ग्रुप के सदस्य मिलकर थोड़ा-थोड़ा धन इकट्ठा करते हैं। उसी फंड से इन बेजुबानों की देखभाल और इलाज करते हैं। सरकारी ज़मीन पर बना 10 लाख का आश्रम इंसानियत ग्रुप के निस्वार्थ सेवा कार्यों को देखते हुए तत्कालीन कलेक्टर सतीश कुमार एस ने पशु अस्पताल परिसर में जमीन उपलब्ध कराई। इस जमीन पर करीब 10 लाख रुपए की लागत से एक आधुनिक आश्रम का निर्माण किया गया है। ग्रुप के संचालक अनंत इंसानियत ने बताया कि करीब तीन महीने पहले ‘रोमा’ नाम की एक बंदरिया गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली थी। ग्रुप की देखभाल और इलाज के चलते वह अब पूरी तरह स्वस्थ है।
युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा पर ईडी का शिकंजा, इस दिन होगी पेशी

1xBet promotion investigation: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet के प्रमोशन मामले में नोटिस जारी किया है। इन दोनों खिलाड़ियों से इस संदिग्ध गतिविधि के संबंध में पूछताछ की जाएगी। वहीं, इसी मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को भी आज जांच के लिए समन भेजा गया है। युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ईडी समन रॉबिन उथप्पा को 22 सितंबर और युवराज सिंह को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। वहीं, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को भी 24 सितंबर को जांच के लिए समन भेजा गया है। इन सभी से मनी लॉन्ड्रिंग के संदिग्ध पहलुओं पर भी विस्तार से पूछताछ की जाएगी। जांच में बेटिंग ऐप 1xBet के प्रमोशन से जुड़े वित्तीय लेन-देन को भी खंगाला जाएगा। मिमी चक्रवर्ती का बयान दर्ज सोमवार को इस मामले में पूर्व टीम इंडिया के क्रिकेटर और सांसद मिमी चक्रवर्ती का बयान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दर्ज किया है। वहीं, ED पहले ही शिखर धवन, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से इस बेटिंग ऐप प्रमोशन मामले में पूछताछ कर चुका है। जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है और कई बड़े नामों से जानकारी जुटाई जा रही है।
MP News: सरकारी अस्पतालों में चूहों का कहर, अब इस मेडिकल कॉलेज से सामने आई चौंकाने वाली घटना

MP News: सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों द्वारा मरीज को काटने की घटना के बाद अब जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से भी गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां इलाज के लिए आए दो मरीजों और एक परिजन के पैरों को चूहों ने काट लिया। मानसिक रोग विभाग में चूहों का आतंक जानकारी के मुताबिक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग में भर्ती दो मरीजों और एक परिजन के पैरों और एड़ियों को चूहों ने कुतर दिया। अस्पताल में भर्ती सिहोरा निवासी 25 वर्षीय महिला और गोटेगांव निवासी 50 वर्षीय महिला को दो दिन पहले ही भर्ती किया गया था, जिन्हें रात के समय चूहों ने अपना शिकार बना लिया। परिजनों का कहना है कि इस वार्ड में पिछले एक महीने से चूहों के आतंक की शिकायत की जा रही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इस लापरवाही ने अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था और मरीजों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कार्रवाई के निर्देश अस्पताल में भर्ती महिलाओं के साथ-साथ एक महिला का बेटा भी इस लापरवाही का शिकार बना, जिसे चूहों ने काट लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने इसे “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है। उन्होंने तत्काल कॉलेज अधीक्षक से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है और स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीन ने बताया कि चूहों के आतंक को रोकने के लिए चूहा मार दवाओं का उपयोग किया जा रहा है, साथ ही पेस्ट कंट्रोल की ठेका कंपनी को निर्देश देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मध्यप्रदेश में पहली बार कोदो-कुटकी की MSP पर खरीदी, इस दिन से रजिस्ट्रेशन शुरू

Kodo Kutki procurement in Madhya Pradesh: जबलपुर। मध्य प्रदेश में किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार पहली बार कोदो और कुटकी की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर करने जा रही है। इसकी शुरुआत जबलपुर जिले की कुंडम तहसील से की जा रही है, जहां 15 सितंबर से किसानों का पंजीयन शुरू हो चुका है। इस क्षेत्र में लगभग 7,000 हेक्टेयर भूमि पर कोदो-कुटकी की खेती की गई है, जिससे सैकड़ों किसानों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। एफपीओ के ज़रिए होगी खरीद मध्यप्रदेश सरकार ने इस बार कोदो और कुटकी की फसलों को भी समर्थन मूल्य पर खरीदने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसके तहत कोदो के लिए ₹2500 प्रति क्विंटल और कुटकी के लिए ₹3500 प्रति क्विंटल की दर निर्धारित की गई है। खास बात यह है कि इन फसलों की खरीदी का ज़िम्मा मंडियों की बजाय फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइज़ेशन (FPO) को सौंपा गया है। यह व्यवस्था पारंपरिक धान, गेहूं, उड़द या मूंग की खरीदी प्रणाली से अलग होगी, जिससे स्थानीय किसानों को सीधे लाभ मिल सकेगा। मिलेगा 10 रुपये अतिरिक्त समर्थन मूल्य जबलपुर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि इस बार जिले की कुंडम तहसील में किसानों से कोदो और कुटकी की खरीदी की जाएगी। यह खरीदी पारंपरिक मंडियों के बजाय एफपीओ (Farmer Producer Organization) के माध्यम से की जाएगी, ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और स्थानीय किसानों के लिए सुविधाजनक हो। इसके लिए पंजीयन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है। सरकार ने किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए हर किलो पर 10 रुपये का अतिरिक्त समर्थन मूल्य देने की घोषणा भी की है, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी की उम्मीद है।
Indore Truck Accident: इंदौर ट्रक हादसे में मृतकों की संख्या पहुंची 3, CM डॉ. मोहन यादव ने लिया अहम फैसला

Indore Truck Accident Update: मध्य प्रदेश के इंदौर में एयरपोर्ट रोड पर सोमवार शाम को एक बेकाबू ट्रक ने नो एंट्री जोन में घुसकर 15 से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। प्रारंभिक जांच में ट्रक ड्राइवर गुलशेर के नशे की हालत में ड्राइविंग करने का आरोप सामने आया है। पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे में मृतकों की पहचान कैलाश, लक्ष्मीचंद और महेश के रूप में हुई है। एक घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत होने से मृतकों की संख्या तीन हो गई है। फिलहाल 12 अन्य घायल विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। घटनास्थल पर जब यह सब हुआ, तब अफरा-तफरी मच गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रक सांवेर रोड से आते हुए अंकित होटल और गीतांजलि अस्पताल के बीच अनियंत्रित हो गया, जिससे कई वाहन और राहगीर कुचल गए। साथ ही एक बाइक ट्रक के नीचे फंसकर घसीट ली गई, जिससे आग लग गई। घायलों व परिवारों से करेंगे मुलाकात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपना कार्यक्रम बदलकर इंदौर पहुंचने का फैसला किया है। वे भोपाल से जल्द ही रवाना होंगे। बता दें सीएम ट्रक हादसे में घायलों तथा प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री अधिकारियों से पूरी घटना की जानकारी लेंगे और प्रभावितों को तत्काल सहायता देने के निर्देश जारी करेंगे। उन्होंने पहले ही इस दुखद हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घायलों के बेहतर इलाज व परिवारों की मदद का भरोसा दिलाया है। पुलिस और प्रशासन ने घटनास्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। वहीं मामले की जांच जारी है। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा व्यवस्था, खासकर नो एंट्री जोन में वाहनों की अनाधिकृत एंट्री को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/bigg-boss-19-fame-tanya-mittal-claim-to-threaten-the-whole-case-with-serious-allegations-with-brother/
कोमल सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को खून से लिखा पत्र, आखिर क्यों उठाना पड़ा इतना बड़ा कदम?

MP Outsourced Employees: मध्य प्रदेश में संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों की समस्याएं अब बेहद गंभीर चुकी हैं। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि अपनी आवाज़ प्रधानमंत्री तक पहुंचाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष कोमल सिंह को खून से पत्र लिखना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित इस पत्र में कर्मचारियों के शोषण, वेतन में लगातार देरी और ठेकेदारों की मनमानी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया है। कोमल सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से लिखे अपने पत्र में गुहार लगाई है कि मध्य प्रदेश सरकार ने अब तक आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई है। इसी कारण आउटसोर्सिंग एजेंसियों और ठेकेदारों की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कर्मचारियों को न तो तयशुदा दर पर वेतन मिलता है और न ही समय पर भुगतान किया जाता है। कई बार तो महीनों तक वेतन अटका रहता है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ती है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) की राशि भी नियमित रूप से जमा नहीं की जाती। जब कर्मचारी इसकी जानकारी मांगते हैं तो उन्हें या तो जवाब नहीं दिया जाता या फिर धमकाया जाता है। नीति निर्माण की मांग तेज कोमल सिंह का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स कर्मचारी वही कार्य करते हैं जो स्थायी कर्मचारी करते हैं, फिर भी उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है। खून से लिखी अपनी चिट्ठी में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और मध्य प्रदेश शासन को निर्देश दें कि आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए ठोस और प्रभावी नीति तैयार की जाए। कोमल सिंह ने कहा कि राज्य में वर्षों से ठेकेदारी प्रथा के कारण आउटसोर्स कर्मचारी शोषण का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि इस व्यवस्था को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में हाल ही में आउटसोर्स सेवा निगम का गठन किया गया है, जिसमें न्यूनतम वेतन ₹20,000 तय किया गया है और अन्य सुविधाएं भी देने की योजना है। देश के अन्य राज्यों में भी इस तरह की नीतियां लागू हैं। अगर मध्य प्रदेश में भी यूपी की तर्ज पर नीति बनाई जाती है, तो दो लाख से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारियों को राहत मिल सकती है, जिनमें से करीब 50 हजार कर्मचारी अल्पकालिक और अस्थायी रूप से कार्यरत हैं। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/see-the-full-list-of-20-ias-officers-in-madhya-pradesh/
Bigg Boss 19 फेम Tanya Mittal पर गंभीर आरोप, भाई संग मिलकर धमकाने का दावा, जानिए पूरा मामला

Tanya Mittal Controversy: ग्वालियर। फेमस रियलिटी शो बिग बॉस 19 की कंटेस्टेंट तान्या मित्तल (Tanya Mittal) और उनके भाई अमृतेश मित्तल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ग्वालियर निवासी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विश्वम पंजवानी ने दावा किया है कि उन्हें तान्या और उनके भाई से जान का खतरा है। आखिर क्या है पूरा मामला जानते हैं…. पंजवानी ने आरोप लगाया है कि अमृतेश मित्तल फोन पर धमकी देने के साथ-साथ उनके घर तक पहुंच गए और डराने-धमकाने की कोशिश की। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम से जुड़े कुछ वीडियो भी जारी किए हैं और SP ऑफिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। आखिर क्या है पूरा मामला? विश्वम पंजवानी ने SP ऑफिस में लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि वह फनी वीडियो बनाते हैं। हाल ही में उन्होंने तान्या मित्तल के हाई सिक्युरिटी और महल वाले घर जैसे दावो पर वीडियो बनाए थे। इसके बाद तान्या मित्तल के भाई अमृतेश द्वारा फोन पर धमकी दी गई। अमृतेश पर यह भी आरोप है कि उसने खुद को पुलिस वाला बताकर मिलने का दबाव भी बनाया। सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर पंजवानी का यह भी कहना है कि तान्या का भाई उसे धमकाने के लिए उसके घर तक आ गया उसके साथ काफी लोग मौजूद थे। तान्या के भाई ने धमकी दी है कि वह उसे झूठे केस में फसवा सकता है। तान्या के कथित बयान से डरे पंजवानी विश्वम पंजवानी का कहना है कि तान्या मित्तल ने रियलिटी शो के दौरान कई बार यह दावा किया था कि वह अपनी सिक्योरिटी से किसी को भी पिटवा सकती हैं। पंजवानी के मुताबिक, इन बयानों के बाद अब उन्हें और उनके परिवार को गंभीर खतरा महसूस हो रहा है। इसी वजह से उन्होंने ग्वालियर एसपी ऑफिस में पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई और सुरक्षा देने की मांग की है। बता दें कि ग्वालियर निवासी तान्या मित्तल इस बार के फेमस रियलिटी शो बिग बॉस 19 की कंटेस्टेंट हैं।
मध्य प्रदेश में बड़े तबादले: 20 IAS अधिकारियों के नए पदस्थापन, देखें पूरी लिस्ट…

MP IAS Transfer List 2025 Update: मध्यप्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारियों के व्यापक तबादलों का ऐलान किया है, जिसमें कुल 20 अफसरों के पदस्थापन किए गए हैं। 2008 बैच के आईएएस अधिकारी विशेष गढ़पाले को ऊर्जा विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है, जबकि वंदना वैद्य को मध्यप्रदेश वित्त निगम, इंदौर का नया प्रबंध संचालक बनाया गया है। नए आयुक्त और कमिश्नर नियुक्त मध्यप्रदेश में नगर निगमों के नेतृत्व में भी फेरबदल किया गया है। तपस्या परिहार को कटनी नगर निगम का नया आयुक्त नियुक्त किया गया है, जबकि दलीप कुमार देवास नगर निगम के कमिश्नर बने हैं। रतलाम नगर निगम की कमान अब अनिल भाना के हाथों में है। जानकारी के लिए बता दें कि 7 दिन पहले ही 14 अफसरों के तबादले किए गए थे। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/accused-doctor-arrested-for-rape-in-a-clinic-from-a-minor/
नाबालिग से क्लिनिक में दुष्कर्म का मामला, आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार

Doctor Raped A Minor Employee In The Clinic: ग्वालियर। एक डॉक्टर ने अपने ही क्लिनिक में काम करने वाली नाबालिग से दुष्कर्म किया। इसके आलावा उसे किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर ने पीड़िता को 23 दिन पहले अपनी हवस का शिकार बनाया था। सोमवार को पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। क्लिनिक में बुलाकर किया दुष्कर्म यह घटना 24 अगस्त की है, जब डॉक्टर ने मरीज देखने के बहाने किशोरी को घासमंडी नौ महला इलाके में स्थित अपने कृष्णा क्लिनिक में रुकने को कहा। जैसे ही क्लिनिक खाली हुआ, उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद किशोरी इतनी डर गई थी कि उसने तुरंत नौकरी छोड़ दी। जब परिवार वालों ने उसकी उदासी का कारण पूछा, तो उसने पूरी आपबीती बताई। इसके बाद परिजन सोमवार को उसे लेकर थाने पहुंचे। आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। क्लिनिक में बुलाकर किया दुष्कर्म शहर के सिरोल अलापुर में रहने वाली 15 साल की एक किशोरी ग्वालियर थाना क्षेत्र के नौमहला घासमंडी में स्थित डॉक्टर रामसिंह की कृष्णा क्लिनिक पर हेल्पर का काम करती थी। 24 अगस्त की दोपहर करीब 1:30 बजे, जब मरीजों का इलाज हो चुका था, डॉक्टर ने बहाने से उसे रोक लिया। उसने कहा कि अभी एक अर्जेंट मरीज आने वाला है। जब क्लिनिक में कोई नहीं था, तो डॉक्टर रामसिंह ने किशोरी को डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने धमकी दी कि अगर वह किसी को इस बारे में बताएगी तो वह उसे जान से मार देगा। इस घटना के बाद, पीड़िता ने डर के कारण अपनी नौकरी छोड़ दी। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/truck-bike-ran-on-the-road-and-remained-stuck-but-still-did-not-stop/
सड़क पर मौत बनकर दौड़ा ट्रक: बाइक फंसी रही, फिर भी नहीं रुका…

Indore Truck Accident Tragedy Eyewitness: इंदौर। सोमवार शाम एक भयानक सड़क हादसा हो गया, जब एक बेकाबू ट्रक ने करीब एक किलोमीटर तक तबाही मचाई। एयरपोर्ट रोड पर तेज़ रफ्तार ट्रक ने राहगीरों और कई वाहनों को कुचल दिया। बता दें हादसे में 2 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब 30 लोग इसकी चपेट में आए। पुलिस के अनुसार, ट्रक की चपेट में आने से 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। टक्कर के बाद लगी आग हादसे के दौरान ट्रक (MP09 ZP 4069) में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। शुरुआत में ऐसी खबरें आई थीं कि गुस्साए लोगों ने ट्रक में आग लगा दी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आग खुद-ब-खुद लगी। दरअसल, टक्कर के बाद एक बाइक ट्रक के नीचे फंस गई थी। ट्रक चालक ने वाहन नहीं रोका और वह बाइक को घसीटते हुए करीब एक किलोमीटर तक दौड़ता रहा। इसी दौरान बाइक में रगड़ और घर्षण से ब्लास्ट हुआ, जिससे ट्रक में भीषण आग लग गई। CM ने दिए जांच के निर्देश हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। घायलों को त्वरित रूप से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव (गृह) को तुरंत इंदौर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह स्पष्ट करने के लिए जांच के आदेश भी दिए गए हैं कि रात 11 बजे से पहले भारी वाहन शहर में कैसे दाखिल हुआ। सीएम ने हादसे के कारणों की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हादसे में जान गंवाने वाले दो लोगों के शव जिला अस्पताल लाए गए हैं। वहीं, घायल 13 लोगों को शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। गीतांजली अस्पताल में 6 घायलों का इलाज जारी है, जबकि वर्मा यूनियन और बांठिया अस्पताल में 2-2 घायलों को भर्ती कराया गया है। अरबिंदो अस्पताल में भी 2 और भंडारी अस्पताल में 1 घायल का इलाज चल रहा है। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। उधर, एमवाय अस्पताल में भी डॉक्टरों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इमरजेंसी के लिए विशेष मेडिकल टीम तैनात की गई है और आपातकालीन वार्ड में अतिरिक्त बेड आरक्षित कर दिए गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल उपचार किया जा सके।