भिंड में अभ्यर्थी कर रहे प्रदर्शन: कलेक्टर कार्यालय पर हल्ला बोला , आखिर क्या हैं उनकी मांगें?

SC, ST, OBC, Minority Awareness Forum Demonstrated: भिंड। एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी जागरूकता मंच ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय तक मार्च किया और नारेबाजी के बीच अपनी आवश्यकताओं का ज्ञापन सौंपा। इस प्रदर्शन में कांग्रेस से दूरी बना चुके पूर्व जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा भी मंच के साथ सक्रिय रूप से शामिल नजर आए। कलेक्टर कार्यालय पर हल्ला बोला सर्किट हाउस से निकली रैली जब कलेक्टर कार्यालय पहुंची, तो कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए जोरदार हल्ला बोल किया। मंच के सदस्यों ने पहले एडीएम और डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन देने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि उनका ज्ञापन केवल कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को ही सौंपा जाएगा। इसके बाद कलेक्टर के कार्यालय पहुंचने पर, उन्होंने अपनी मांगों से भरा ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। आखिर क्या हैं मांगें? ज्ञापन में मंच ने पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की मांग प्रमुखता से रखी। साथ ही 13 प्रतिशत होल्ड अभ्यर्थियों की नियुक्तियों पर लगी रोक हटाने, वर्तमान महाधिवक्ता प्रशांत सिंह को हटाकर आरक्षण की प्रभावी पैरवी करने वाले किसी अन्य व्यक्ति को नियुक्त करने और जल्द से जल्द जातिगत जनगणना कराने की भी अपील की गई है। ये मांगें सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बताई गईं।
MP News: 11 वर्षीय बच्चे ने फांसी लगाकर दी जान, इस वजह से उठाया दर्दनाक कदम

11 year old child suicide (MP News): अशोकनगर। जिले के चंदेरी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां महज 11 साल के बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि परिजनों द्वारा खेलने के दौरान डांटने से नाराज होकर बच्चे ने यह आत्मघाती कदम उठाया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है । अब विस्तार से पढ़िए चंदेरी में एक 11 वर्षीय बच्चे द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना ने सबको झकझोर दिया है। पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, नईबस्ती वार्ड नंबर 19 निवासी विनोद अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा विनय और उसके दोस्त राजा घर पर खेल रहे थे। इस दौरान राजा को झगड़ा न करने की बात पर डांटा गया, जिससे नाराज होकर राजा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। उसने अपनी मां की चुन्नी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। विनय द्वारा घटना की जानकारी देने पर विनोद अहिरवार तुरंत अपने बेटे के साथ घर पहुंचे। उन्होंने देखा कि उनकी पत्नी सुनीता ने राजा को चुन्नी से नीचे उतार लिया था। बिना समय गवाए वे तुरंत राजा को सिविल अस्पताल चंदेरी लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन राजा को बचाया नहीं जा सका। इस घटना ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/action-taken-after-the-video-of-the-line-attached-girl-went-viral-to-the-dancing-cop-ranjit-of-indore/
Rahul Gandhi Vs EC BJP: वोट चोरी के आरोपों पर गरमाई सियासत, बीजेपी ने राहुल को बताया ‘ड्रामा किंग’

Rahul Gandhi Vs EC BJP; Vote Chori : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली स्थित इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर ईवीएम और वोटिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए वोट चोरी का गंभीर मुद्दा उठाया। राहुल गांधी के इन आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तुरंत पलटवार करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अनुराग ठाकुर का तीखा पलटवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के आरोपों पर करारा जवाब देते हुए तंज कसा कि राहुल गांधी की बातों में दम नहीं है। ठाकुर ने कहा, “पहले इन्होंने हाइड्रोजन बम की बात की थी, लेकिन धमाका करना इनके बस की बात नहीं है।” उन्होंने आगे जोड़ा, “ये सिर्फ़ राजनीतिक ड्रामा कर सकते हैं, असल मुद्दों पर बात करने से ये हमेशा बचते हैं।” ठाकुर ने राहुल गांधी पर देश को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस उनके नेतृत्व में करीब 90 चुनाव हार चुकी है, जिससे उनकी हताशा साफ़ झलकती है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अब तथ्यों की बजाय निराधार और बेबुनियाद आरोपों की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने झूठे आरोप लगाना अपनी आदत बना लिया है और माफ़ी मांगना या अदालतों से फटकार सुनना अब उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है।” प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर तीखा तंज कसते हुए कहा, “जिसने खुद को हाइड्रोजन बम बताया था, उसे आज पटाखों से ही संतोष करना पड़ा।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को हर बड़े मुद्दे पर सिर्फ अदालतों से फटकार ही मिली है। चाहे वह राफेल का मामला हो, ‘चौकीदार चोर है’ नारा हो या फिर आरएसएस पर टिप्पणी। ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का एक ही पैटर्न रहा है। बिना प्रमाण के आरोप लगाओ, कीचड़ उछालो और फिर जवाबदेही से बचते हुए पीछे हट जाओ। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/action-taken-after-the-video-of-the-line-attached-girl-went-viral-to-the-dancing-cop-ranjit-of-indore/
इंदौर के डांसिंग कॉप रणजीत को किया गया लाइन अटैच, युवती का वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई

Indore Dancing Cop Ranjeet Singh: इंदौर के चर्चित डांसिंग कॉप रणजीत सिंह(Dancing cop Ranjeet Singh) एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कुछ अलग है। एक युवती द्वारा सोशल मीडिया पर फ्लर्ट करने के आरोप लगाने के बाद पुलिस प्रशासन ने रणजीत सिंह पर कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन अटैच कर दिया है। हालांकि, रणजीत ने खुद पर लगे आरोपों को नकारते हुए दावा किया है कि युवती ही उनसे वीडियो बनाने के लिए संपर्क कर रही थी। मामला फिलहाल जांच के घेरे में है। सोशल मीडिया पर युवती ने लगाए गंभीर आरोप इंस्टाग्राम पर एक युवती ने वीडियो शेयर कर इंदौर ट्रैफिक पुलिस में तैनात डांसिंग कॉप रणजीत सिंह पर फ्लर्ट करने का आरोप लगाया। युवती का दावा है कि रणजीत ने उन्हें इंस्टाग्राम पर मैसेज कर दोस्ती की पेशकश की और बार-बार बातचीत के लिए दबाव बनाया। साथ ही, उसने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी ने उसे इंदौर आने का प्रस्ताव भी दिया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला तेजी से तूल पकड़ने लगा। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/khajuraho-temple-to-give-juice-for-50-rupees-an-expensive-cafe-owner-was-fined-5000-rupees/
Khajuraho Temple: 50 रुपये में जूस पिलाना पड़ा महंगा, कैफे मालिक पर लगा 5,000 रुपये का जुर्माना…

Case Of Overcharging On Juice At Khajuraho Temple: ग्वालियर। मध्यप्रदेश में एक कैफे संचालक की ज्यादती भारी पड़ गई, जब उसने 30 रुपये का जूस 50 रुपये में बेच दिया। शिकायत मिलने पर उपभोक्ता फोरम ने कार्रवाई करते हुए कैफे संचालक को 50 रुपये के बजाय 5 हजार रुपये जुर्माना और पीड़ित उपभोक्ता को हर्जाना देने का आदेश दिया है। खजुराहो पुरातत्व विभाग परिसर का कैफे ग्वालियर जिला उपभोक्ता फोरम ने खजुराहो स्थित पुरातत्व विभाग कैंपस में संचालित एक कैफे पर 20 रुपये के जूस के 50 रुपये वसूलने पर सख्त कार्रवाई की है। जून 2024 में ग्वालियर के मनोज उपाध्याय ने छतरपुर खजुराहो के इस कैफे से जूस खरीदा, लेकिन बिल में अधिक कीमत देख कर उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। उपभोक्ता फोरम ने मामले की जांच कर कैफे संचालक की गैरजिम्मेदाराना बिक्री को गलत ठहराते हुए जुर्माना लगाया है। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/an-atmosphere-of-tension-among-bjp-leaders-on-pm-modis-birthday/ प्रिंट रेट से अधिक वसूली ग्वालियर जिला उपभोक्ता फोरम ने प्रिंट रेट से 30 रुपये अधिक वसूली करने पर कैफे संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। फोरम ने उसे आदेश दिया है कि वह उपभोक्ता को 5 हजार रुपये क्षतिपूर्ति के रूप में देगा और साथ ही ओवर चार्ज किए गए 30 रुपये भी वापस करेगा। इसके अलावा प्रकरण खर्च के रूप में कैफे संचालक को 1 हजार रुपये भी देना होंगे। मामले की शुरुआत उपभोक्ता एडवोकेट मनोज उपाध्याय द्वारा ASI को विधिक सूचना पत्र भेजने से हुई थी, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने जिला उपभोक्ता फोरम का सहारा लिया।
PM मोदी के जन्मदिन पर भाजपा नेताओं के बीच तनातनी, कार्यकर्ताओं में तनाव का माहौल

MP News: भिंड। भारतीय जनता पार्टी के अंदर संगठनात्मक गतिरोध और जनप्रतिनिधियों के बीच चल रही अंदरूनी लड़ाईया अब सार्वजनिक मंच पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित स्वच्छता अभियान और फल वितरण कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा के बीच हुई बहस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में हड़कंप मचा दिया है। पीएम मोदी के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा पीएम मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर भिंड जिले में सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत दो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए गए। सबसे पहले गौरी सरोवर पर सफाई अभियान हुआ, जहां आवश्यक ग्लव्स और अन्य सामग्री की कमी से सांसद संध्या राय और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने अपनी असंतुष्टि जाहिर की। इसके बाद सभी प्रतिनिधि जिला अस्पताल पहुंचे, जहां मरीजों के बीच फल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इन आयोजनों के दौरान सामने आई कई चुनौतियों ने संगठन के अंदरूनी मतभेदों को उजागर कर दिया। भाजपा नेताओं के बीच तनातनी कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा के बीच जिम्मेदारियों को लेकर विवाद भी सामने आया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं पहले से ठीक प्रकार से मौजूद थीं, जबकि विधायक ने आरोप लगाया कि ग्लव्स जैसी आवश्यक सामग्री तक उपलब्ध नहीं कराई गई। इस बात को लेकर दोनों नेताओं के बीच तीखी कहासुनी हो गई, जिसे कार्यक्रम में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने समझदारी से बीच-बचाव करके शांत कराया। कार्यक्रम में बढ़ते मतभेदों का असर साफ नजर आया जब भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के साथ मिलकर मरीजों को फल वितरण किया, वहीं सांसद संध्या राय और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने बाद में अलग से फल वितरण किया। इस दौरान सांसद संध्या राय ने भी विधायक कुशवाहा के पक्ष में अपनी बात रखते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान जैसे आयोजनों में आवश्यक व्यवस्थाओं का होना बेहद जरूरी है। प्रदेश स्तर तक पहुंचा मामला सूत्रों के मुताबिक, भाजपा जिलाध्यक्ष और विधायक के बीच चल रहा विवाद नया नहीं है। हाल ही में विधायक और कलेक्टर के बीच टकराव के समय भी जिला संगठन ने अपने आप को विवाद से अलग रखा था। जिले में लगातार बदलते राजनीतिक समीकरणों के कारण यह असहमतियां अब खुले तौर पर सामने आ रही हैं। विवाद की जानकारी प्रदेश संगठन और कार्यकारिणी के वरिष्ठ पदाधिकारियों तक पहुंच चुकी है, और उम्मीद है कि प्रदेश नेतृत्व जल्द ही मामले की पूरी रिपोर्ट मंगाएगा।
कॉलेज में हुआ था युवा संसद का आयोजन, अब नशे की महफिल से धूमिल हुई छवि , Video वायरल

PM Shri Excellence Degree College Satna(Video viral): मध्य प्रदेश के सतना जिले का पीएम श्री एक्सिलेंस डिग्री कॉलेज इन दिनों शिक्षा की बजाय शराब और गांजे की महफिल को लेकर सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक 15 सेकंड के वीडियो ने कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को उजागर कर दिया है। वीडियो में कॉलेज परिसर की पार्किंग में कुछ युवक खुलेआम शराब और नशे का सेवन करते नजर आ रहे हैं। कॉलेज में हुआ था युवा संसद का आयोजन चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ ही दिन पहले इसी पीएम श्री एक्सिलेंस डिग्री कॉलेज में युवा संसद जैसे शैक्षणिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिससे कॉलेज की छवि को सकारात्मक दिशा मिली थी। अब उसी परिसर में खुलेआम शराब और नशे का सेवन होते देख कॉलेज की साख पर बट्टा लग गया है। स्थानीय निवासियों और कॉलेज के छात्रों का कहना है कि इस तरह के दृश्य अब आम बात हो चुके हैं। आए दिन कॉलेज परिसर में असामाजिक तत्वों की मौजूदगी देखी जाती है। कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल वीडियो में दिख रहे युवकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है और यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये शराब और गांजा पी रहे व्यक्ति कॉलेज के छात्र हैं या बाहरी लोग। हालांकि, इस घटना के बाद कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की सक्रियता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इतनी बड़ी घटना के बावजूद कॉलेज परिसर में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नदारद दिखे, जिससे प्रशासन की लापरवाही पर शिकंजा कस रहा है। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/mp-police-should-save-big-action-money-on-cyber-fraud-now-thugs-will-not-work/
साइबर ठगी पर MP पुलिस का बड़ा एक्शन: पैसे बचाए, अब ठगों की नहीं चलेगी चाल

MP News: मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के मामलों पर लगाम लगाने के लिए राज्य पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। अक्सर देखा गया है कि साइबर ठगी के चलते लोगों को अपनी कमाई गंवानी पड़ती है। अब मध्य प्रदेश पुलिस ने इसका समाधान निकाल लिया है। तो आइए जानते हैं कि आखिर कैसे अब लोगों के साथ यह साइबर धोखाधड़ी नहीं हो पाएगी और कैसे वे अपने पैसे सुरक्षित रख सकेंगे। अब ठगों की नहीं चलेगी चाल बता दें पहली बार एमपी पुलिस ने खुद का ‘साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर’ शुरू किया है, जो खास तौर पर प्रदेश के पीड़ितों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर रहा है। इस सेंटर का मकसद ठगी के बाद तुरंत ऐक्शन लेते हुए होल्ड खातों से पैसा रिलीज करवाना और पीड़ितों को राहत देना है। भोपाल में शुरू हुआ यह सेंटर राजधानी भोपाल में शुरू किए गए इस सेंटर के शुरुआती नतीजे चौंकाने वाले हैं महज एक महीने में ही करीब 70 करोड़ रुपए साइबर अपराधियों के हाथों में जाने से बचा लिए गए। यह पहल इसलिए भी अहम है क्योंकि साइबर ठग लगातार अपने तरीके बदलते जा रहे हैं और आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। राज्य स्तर पर साइबर फ्रॉड रोकने की अनोखी पहल भोपाल में शुरू किया गया यह साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर पूरी तरह से इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की तर्ज पर तैयार किया गया है, लेकिन इसकी खास बात यह है कि यह सिर्फ मध्य प्रदेश के मामलों पर फोकस करता है। राज्य में बीते कुछ महीनों में साइबर ठगी की घटनाओं में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जिसे देखते हुए इस सेंटर की स्थापना को एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम माना जा रहा है। इसका उद्देश्य राज्य में साइबर अपराध को जड़ से रोकना और पीड़ितों को त्वरित राहत देना, ताकि जनता का विश्वास कानून व्यवस्था में बना रहे। क्या है साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर? भोपाल के डिपो चौराहा स्थित साइबर मुख्यालय में स्थापित साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर का उद्देश्य राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करना है। इस सेंटर में प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम तैनात है, जो साइबर ठगी से जुड़ी शिकायतों पर तुरंत ऐक्शन लेती है। सबसे खास बात यह है कि यह टीम केवल उन्हीं मामलों में कार्रवाई करती है, जिनमें फरियादी ने ठगी की घटना के दो घंटे के भीतर या तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर या फिर हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई हो। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/mp-news-was-absconding-for-a-year-accused-of-rape/
MP NEWS: एक साल से फरार था बलात्कार का आरोपी , चंदेरी पुलिस ने दबोचा

Rape Accused Arrested After A Year: अशोकनगर। चंदेरी पुलिस ने बलात्कार के एक गंभीर मामले में करीब एक साल से फरार चल रहे आरोपी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विजय अहिरवार (उम्र 34 वर्ष) को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से पकड़ा गया। पुलिस के मुताबिक, उसके खिलाफ 23 दिसंबर 2024 को बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। घटना के बाद से ही आरोपी फरार था। बता दें पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। कई बार दबिश दी गई, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देने में सफल हो जाता था। अब उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मुखबिर की सूचना पर ललितपुर से आरोपी गिरफ्तार उत्तरप्रदेश के ललितपुर से मुखबिर की खास सूचना मिलने के बाद चंदेरी थाना प्रभारी मनीष जादौन की टीम ने सोमवार रात आरोपी विजय अहिरवार को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी को तुरंत कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष जादौन के साथ एसआई जूली रघुवंशी, आरक्षक योगेंद्र रघुवंशी, आनंद और संतोष त्यागी भी शामिल थे। इसी अभियान के तहत पुलिस ने एक अन्य मामले में स्थायी वारंटी आरोपी अखिलेश सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/viral-video-patwaris-antics-erupted-in-womens-office/
India Vs Pakistan: एक बार फिर आमने-सामने होंगे भारत-पाकिस्तान, इस दिन होगा महामुकाबला…

Asia Cup 2025 Super 4 Scenario: एशिया कप 2025 में रोमांच देखने को मिल रहा है । बुधवार को पाकिस्तान ने UAE को हराकर सुपर-4 में अपनी जगह पक्की कर ली। इसी के साथ यह तय हो गया कि 21 सितंबर को एक बार फिर भारत-पाकिस्तान (India Vs Pakistan) के बीच महामुकाबला होगा। ग्रुप स्टेज में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। अब सबकी नज़रें इस हाई-वोल्टेज रिमैच पर टिकी हैं। उधर, ग्रुप-बी में श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच आज का मुकाबला ‘करो या मरो’ जैसा होगा, जो फाइनल की तस्वीर को साफ करेगा। भारत-पाकिस्तान की टक्कर फिर क्यों तय हुई? एशिया कप 2025 में क्रिकेट फैंस को एक और भारत-पाकिस्तान मुकाबला देखने को मिलेगा। इसके पीछे का कारण है सुपर-4 स्टेज का फॉर्मेट। दरअसल, पाकिस्तान ने UAE को हराकर ग्रुप-A से भारत के साथ सुपर-4 में क्वालिफाई कर लिया है। अब ग्रुप-B से दो टीमें और सुपर-4 में पहुंचेंगी। इस चरण में सभी टीमें एक-दूसरे से एक-एक मुकाबला खेलेंगी। ऐसे में भारत और पाकिस्तान की एक और भिड़ंत 21 सितंबर को तय हो गई है। भारत-पाकिस्तान का मुकाबला 21 सितंबर को ही क्यों तय हुआ? एशिया कप 2025 के सुपर-4 स्टेज का शेड्यूल एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही तय कर दिया था। शेड्यूल के अनुसार, ग्रुप-A से क्वालिफाई करने वाली टीमों को A1 और A2 नाम दिया गया, जबकि ग्रुप-B से आने वाली टीमों को B1 और B2। ग्रुप-A से भारत और पाकिस्तान ने क्वालिफाई किया है, । शेड्यूल के मुताबिक A1 बनाम A2 का मैच 21 सितंबर को दुबई में खेला जाना है। ऐसे में भारत और पाकिस्तान की टीमें एक बार फिर उसी दिन आमने-सामने होंगी। मैदान से बाहर भी ख़राब रहा माहौल भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज का मुकाबला टीम इंडिया ने 7 विकेट से आसानी से जीत लिया था। लेकिन मैदान के बाहर भी यह मुकाबला विवादों में घिर गया। मैच के दौरान और टॉस के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया। इसके बाद सलमान आगा ने पोस्ट-मैच इंटरव्यू देने से इनकार कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए आईसीसी से मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की, जिसे ICC ने ठुकरा दिया। अब जब दोनों टीमें एक बार फिर 21 सितंबर को आमने-सामने होंगी, तो मुकाबले के साथ-साथ माहौल भी काफी तीखा रहने की उम्मीद है।