MP News: आख़िर क्यों संवेदनशील घोषित किए गए मध्यप्रदेश के 88 क्षेत्र? जानिए पूरा मामला

Why 88 Areas Have Become Sensitive For SC ST (MP News): मध्य प्रदेश के 23 जिलों के 63 थाना क्षेत्रों को राज्य सरकार ने संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में इन थाना क्षेत्रों को “आइडेंटिफाईड एरिया” की श्रेणी में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इन इलाकों में अनुसूचित जाति (SC) और जनजाति (ST) वर्ग की जनसंख्या अधिक है, जिस कारण किसी भी प्रकार के जातीय तनाव या विवाद की आशंका को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। संबंधित थानों के स्टाफ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे गंभीर मामलों को प्राथमिकता पर लें और समय रहते कार्रवाई सुनिश्चित करें। जानिए पूरा मामला दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में इन संवेदनशील थाना क्षेत्रों में गंभीर आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं, जिसके कारण सरकार को राजनीतिक रूप से भी आलोचना का सामना करना पड़ा। इन्हीं कारणों से राज्य सरकार ने इन क्षेत्रों को “आइडेंटिफाईड एरिया” की श्रेणी में शामिल किया है। अब इन इलाकों में नई पुलिस चौकियों की स्थापना, स्थानीय लोगों को जागरूक करना, और अपराध की संभावनाओं पर पहले से नजर रखना जैसी रणनीतियां अपनाई जाएंगी, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की सामाजिक अशांति को रोका जा सके। त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस सख्त गृह विभाग ने पुलिस अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है कि संवेदनशील घोषित इन थाना क्षेत्रों के पुराने विवादों को जल्द से जल्द सुलझाया जाए। साथ ही, किसी भी आपराधिक घटना या तनाव की स्थिति में तुरंत और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस दिशा में पुलिस नई रणनीतियों के साथ काम करेगी, जिसमें इलाके की बेहतर पैनी निगरानी, स्थानीय समुदाय से संवाद और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त चौकियों की स्थापना शामिल है। जानिए कौन-कौन से क्षेत्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं । यह भी पढ़ें :खाद न मिलने से नाराज किसानों ने क्वारी नदी पुल किया जाम, विजयपुर में यातायात पूरी तरह ठप
Sheopur News: खाद न मिलने से नाराज किसानों ने क्वारी नदी पुल किया जाम, विजयपुर में यातायात पूरी तरह ठप

Sheopur News: विजयपुर क्षेत्र के किसानों ने डीएपी खाद की कमी के कारण शुक्रवार सुबह लगभग आठ बजे क्वारी नदी पुल पर चक्का जाम कर दिया। इस आकस्मिक प्रदर्शन के चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पूरे इलाके में यातायात पूरी तरह ठप हो गया। खाद वितरण में अव्यवस्था से किसान परेशान किसानों का आरोप है कि सुबह से लाइन में लगे रहने के बावजूद उन्हें डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है। वे बताते हैं कि खाद वितरण प्रक्रिया में भारी अव्यवस्था के कारण उन्हें बार-बार घर लौटना पड़ रहा है। साथ ही, एक टोकन पर केवल दो कट्टे डीएपी खाद मिलने से आगामी रबी सीजन की बुवाई के लिए पर्याप्त मात्रा नहीं मिल रही। खाद की कमी पर नाराजगी खाद की अनुपलब्धता से नाराज किसानों ने क्वारी नदी के पुल पर बैठकर जोरदार नारेबाजी की और अपना विरोध जताया। इस वजह से राहगीरों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई घंटे तक बसें, ट्रक और छोटे वाहन पुल पर फंसे रहे, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रशासन ने किया हस्तक्षेप मामले की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला तुरंत मौके पर पहुंचा। एसडीएम अभिषेक मिश्रा और एसडीओपी राघवेंद्र तोमर ने किसानों से बातचीत कर स्थिति को समझाया। अधिकारियों ने खाद वितरण की समस्या को जल्द से जल्द हल करने का भरोसा दिलाया ताकि किसानों को आगे कोई परेशानी न हो। खाद न मिलने पर फिर शुरू होगा आंदोलन प्रशासन के आश्वासन और कई घंटों की बातचीत के बाद किसानों ने चक्काजाम खत्म किया, जिससे यातायात पुनः सुचारू हुआ। हालांकि, किसानों ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि उन्हें जल्द ही पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं कराई गई, तो वे फिर से उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। यह भी पढ़ें :डिजिटल इश्क में फंसी डॉक्टर की पत्नी, न्यूड वीडियो मांग कर लाखों की ठगी
Gwalior News: डिजिटल इश्क में फंसी डॉक्टर की पत्नी, न्यूड वीडियो मांग कर लाखों की ठगी

MP Crime News: ग्वालियर में वॉट्सऐप पर ‘हाय’ कहकर शुरू हुए रिश्ते ने एक डॉक्टर की पत्नी को भारी नुकसान में डाल दिया। एक ठग ने खुद को इंग्लैंड का इंजीनियर बताकर उनका भरोसा जीता और प्यार का झांसा देकर उनके न्यूड वीडियो मांगे। इसके बाद गिफ्ट भेजने के नाम पर लगभग पौने चार लाख रुपए ठग लिए। न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी जब महिला ने और पैसे देकर पार्सल छुड़ाने से इनकार किया, तो ठग ने धमकी देते हुए उनके न्यूड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। इस गंभीर घटना से मानसिक रूप से परेशान पीड़िता ने गुरुवार को ग्वालियर क्राइम ब्रांच की साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इंस्टाग्राम से नंबर मिलने के बाद दोस्ती प्यार में बदली हजीरा थाना क्षेत्र की 34 वर्षीय महिला ने पुलिस को बताया कि 17 अगस्त को उसके वॉट्सऐप पर एक अनजान नंबर से ‘हाय’ मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले ने खुद को विपिन कुमार बताया और कहा कि वह यूनाइटेड किंगडम में इंजीनियर है। जब महिला ने नंबर के बारे में पूछा तो विपिन ने बताया कि उसे यह नंबर इंस्टाग्राम से मिला है। इसके बाद धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और कुछ ही दिनों में दोस्ती प्रेम संबंध में बदल गई। विपिन ने महिला की तारीफ करते हुए उसकी कई तस्वीरें मांगी। फिर भरोसे का फायदा उठाकर न्यूड वीडियो भेजने को कहा। महिला ने विश्वास कर अपना निजी वीडियो विपिन को भेज दिया। ठगों ने वसूले लाखों रुपये कुछ दिन बाद विपिन ने महिला से कहा कि वह लंदन से गिफ्ट और डॉलर का पार्सल भेज रहा है। अगले ही दिन महिला को एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफिसर बताया और कहा कि यूके से आया पार्सल अटका हुआ है। पार्सल छुड़वाने के लिए 15 हजार रुपये GST चार्ज देना होगा। महिला ने बताए गए बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद कॉल की एक लड़ी शुरू हुई जिसमें डॉलर एक्सचेंज फीस, परमिट कार्ड, कोरियर वाहन शुल्क और रसीद चार्ज के नाम पर अलग-अलग रकम वसूली गई। कुल मिलाकर महिला ने अलग-अलग बैंक अकाउंट और फोन पे नंबर पर करीब 3.76 लाख रुपए ट्रांसफर किए। लाखों की ठगी के बाद धमकी तीन लाख से ज्यादा रुपये वसूलने के बाद भी आरोपी ने महिला से 2.85 लाख रुपए और मांग किए। जब महिला ने इन पैसों को देने से साफ़ इनकार किया, तो विपिन ने उसे धमकी दी कि वह उसके न्यूड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। महिला ने धमकी को नकार दिया, लेकिन 17 सितंबर को उसके निजी वीडियो वायरल कर दिए गए। घबराकर महिला ने इस पूरी घटना की जानकारी अपने भाई को दी, जो तुरंत उसे लेकर पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने की कार्रवाई शुरू सीएसपी रोबिन जैन ने बताया कि महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। धोखाधड़ी करने वाले आरोपी अलग-अलग फोन नंबरों से महिला को कॉल कर ठगी कर रहे थे। पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण तकनीकी सुराग भी मिले हैं, जिनकी मदद से आरोपियों को पकड़ने के लिए सक्रिय प्रयास किए जा रहे हैं। यह भी है :साइबर ठगी पर MP पुलिस का बड़ा एक्शन: पैसे बचाए, अब ठगों की नहीं चलेगी चाल
Guna News: नाबालिग से दुष्कर्म कर बनाया वीडियो, वायरल करने वाले दोस्त समेत आरोपी गिरफ्तार…

Guna News: गुना जिले के बजरंगगढ़ इलाके में एक नाबालिग से रेप और उसके फोटो-वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी के साथ-साथ उसका एक सहायक भी शामिल है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग इस जघन्य अपराध को लेकर हिंदू जागरण मंच ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी। संगठन ने पुलिस अधीक्षक (SP) को एक ज्ञापन सौंपकर आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद, SP अंकित सोनी के निर्देश पर, कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी सीपीएस चौहान और उनकी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। मामले का विवरण यह घटना 15 सितंबर को सामने आई, जब एक 17 वर्षीय पीड़िता ने गुना कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 23 अगस्त को अयान खान नाम का व्यक्ति उसे स्कूल से घर छोड़ने के बहाने अपने साथ ले गया। घर ले जाने के बजाय वह उसे बजरंगगढ़ रोड स्थित एक होटल के कमरे में ले गया। वहां आरोपी ने नाबालिग की सहमति के बिना उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, अयान खान ने इस दौरान पीड़िता के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी बना लिए। उसने पीड़िता को धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो वह ये फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पकड़ा आरोपी नाबालिग की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र (informant network) सक्रिय किया और संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू किया। इसी दौरान, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, जिसके आधार पर उन्होंने मुख्य आरोपी अयान को गिरफ्तार कर लिया। अयान, 20 साल का है और वह सगीर मोहम्मद का बेटा है, हड्डी मील इलाके का रहने वाला है। दोस्त ने फोन से किया वीडियो वायरल पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी अयान खान ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने अपना फोन चार्ज करने के लिए अपने दोस्त सौरभ जाटव को दिया था। इसी दौरान सौरभ ने उसके फोन से नाबालिग के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो अपने मोबाइल में ट्रांसफर कर लिए। बाद में सौरभ ने इन फोटो-वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर अयान से पैसे मांगे, लेकिन अयान ने पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद सौरभ जाटव ने इन फोटो-वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। दोनों आरोपी गिरफ्तार अयान की पूछताछ के आधार पर पुलिस ने सौरभ जाटव को भी इस मामले में आरोपी बनाया। पुलिस ने सौरभ के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराएं भी लगाईं और उसे गिरफ्तार कर लिया। सौरभ जाटव, जिसकी उम्र 21 साल है, अनिल जाटव का बेटा है और भुल्लनपुरा का रहने वाला है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। यह भी पढ़ें :अब रेस्टोरेंट के बाहर ही जान सकेंगे वेज या नॉनवेज खाना? मध्य प्रदेश सरकार ला रही नया नियम
MP News: अब रेस्टोरेंट के बाहर ही जान सकेंगे वेज या नॉनवेज खाना? मध्य प्रदेश सरकार ला रही नया नियम

MP News: मध्य प्रदेश में अब होटल और रेस्टोरेंट में परोसे जाने वाले शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की पहचान पहले से कहीं आसान हो सकती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार केंद्र सरकार को एक नया प्रस्ताव भेजने की तैयारी में है, जिसके तहत खाने की श्रेणी (वेज या नॉनवेज) को लेकर नियमों में संशोधन किया जाएगा। इस पहल का मकसद ग्राहकों को पारदर्शिता देना है, ताकि वे रेस्टोरेंट के बाहर से ही यह पहचान सकें कि वहां किस तरह का भोजन परोसा जा रहा है। ग्राहकों को मिलेगी स्पष्ट जानकारी यदि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है, तो राज्य के होटल और रेस्टोरेंट्स के बाहर ऐसे बोर्ड लगाए जाएंगे जिनसे साफ़-साफ़ यह पता चल सकेगा कि वहां शाकाहारी (वेज) या मांसाहारी (नॉनवेज) भोजन परोसा जाता है। इससे ग्राहकों को पहले से जानकारी मिल जाएगी और उन्हें अपनी भोजन संबंधी पसंद के अनुसार होटल चुनने में आसानी होगी। हरे और लाल गोल निशान से होगी पहचान दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार चाहती है कि होटल और रेस्टोरेंट में परोसे जाने वाले शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की पहचान के लिए एक स्पष्ट और सरल व्यवस्था लागू की जाए। इसके तहत रेस्टोरेंट के बाहर हरा गोल निशान शाकाहारी (वेज) भोजन और लाल गोल निशान मांसाहारी (नॉनवेज) भोजन का संकेत देगा। सरकार का उद्देश्य है कि लोग बिना किसी भ्रम या असुविधा के अपनी पसंद के अनुसार भोजन स्थल का चयन कर सकें। पूरे देश में लागू हो सकता है नियम यह प्रस्ताव खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर तैयार किया गया है। विभाग की मंजूरी के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) की आगामी बैठक में इस पर विचार किया जाएगा और इसे मंजूरी मिल सकती है। चूंकि खाद्य सुरक्षा से जुड़े नियम पूरे देश में समान रूप से लागू होते हैं। इसलिए यदि मध्य प्रदेश सरकार की सिफारिश को स्वीकृति मिलती है, तो यह नियम केवल एमपी के साथ – साथ देशभर के सभी राज्यों में लागू किया जा सकता है। अलग-अलग रंग के गोल निशान एमपी सरकार द्वारा केंद्र को भेजे जाने वाले ड्राफ्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि शाकाहारी भोजन परोसने वाले होटल्स और रेस्टोरेंट के बाहर हरा गोल निशान लगाना अनिवार्य होगा। वहीं, जो होटल या रेस्टोरेंट केवल मांसाहारी भोजन परोसते हैं, उन्हें बाहर लाल गोल निशान लगाना होगा। अगर किसी होटल या रेस्टोरेंट में वेज और नॉनवेज दोनों प्रकार का खाना उपलब्ध है, तो ऐसे स्थानों पर बाहर आधा हरा और आधा लाल गोल निशान प्रदर्शित किया जाएगा। लाइसेंसधारी का नाम भी होगा सार्वजनिक सरकार पारदर्शिता बढ़ाने के लिए होटल या रेस्टोरेंट का लाइसेंस धारक कौन है, यह जानकारी भी सार्वजनिक करने की योजना है। ड्राफ्ट में इसका विशेष उल्लेख किया गया है कि होटल या रेस्टोरेंट के बाहर उस व्यक्ति का नाम भी लिखा जाए, जिसके नाम पर लाइसेंस जारी किया गया है। इसके साथ ही सरकार एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी में है। शाकाहारी भोजन की डिलीवरी केवल शाकाहारी डिलीवरी बॉय द्वारा ही की जाए, ताकि भोजन के दौरान किसी भी तरह की गलती, भ्रम या मिलावट से बचा जा सके। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/bhopal-90-degree-bridge-controversy-high-court-comment-now-someones-head-will-be-cut-off/
Asia Cup 2025: फाइनल हुई एशिया कप सुपर-4 की टीमें, जानें कब और किसके बीच होगा मुकाबला, डेट नोट कर लीजिए

Asia Cup 2025, Super 4 Schedule: एशिया कप 2025 के सुपर 4 चरण के लिए चार टीमों का चयन पूरा हो चुका है। ग्रुप ए से भारत और पाकिस्तान पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं, जबकि ग्रुप बी से श्रीलंका और बांग्लादेश ने अंतिम स्थान हासिल किया। हाल ही में अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में हुए निर्णायक मुकाबले में श्रीलंका ने अफगानिस्तान को 6 विकेट से हराकर सुपर 4 में अपनी जगह पक्की कर ली। अफगानिस्तान के लिए यह मैच करो या मरो का था, लेकिन हार के कारण वे प्रतियोगिता से बाहर हो गए। अब देखते हैं सुपर 4 के पूरे मुकाबलों का शेड्यूल। जानिए कब किससे होगी भिड़ंत एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले 20 सितंबर से शुरू होंगे, जहां चारों टीमें दुबई और अबू धाबी के स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। 20 सितंबर: श्रीलंका vs बांग्लादेश, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम 21 सितंबर: भारत vs पाकिस्तान, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम 23 सितंबर: पाकिस्तान vs श्रीलंका, अबू धाबी, शेख जायद स्टेडियम 24 सितंबर: भारत vs बांग्लादेश, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम 25 सितंबर: पाकिस्तान vs बांग्लादेश, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम 27 सितंबर: भारत vs श्रीलंका, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम 28 सितंबर: एशिया कप 2025 का फाइनल, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम सुपर-4 का धमाकेदार आगाज एशिया कप 2025 सुपर-4 चरण में भारत सबसे मजबूत टीम के तौर पर उभरा है। टूर्नामेंट में भारत ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें यूएई को पहले मैच में और पाकिस्तान को 7 विकेट से मात दी। हालांकि, पाकिस्तान के साथ हुए पिछले मुकाबले में भारत के खिलाड़ियों ने विरोधी टीम के खिलाड़ियों या सपोर्ट स्टाफ से हाथ नहीं मिलाया, जिसने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नाराज कर दिया था। अब 21 सितंबर को दुबई के स्टेडियम में होने वाले सुपर-4 के अपने पहले मैच में भारत फिर से पाकिस्तान के खिलाफ जीत की कोशिश करेगा । यह भी पढ़ें : एक बार फिर आमने-सामने होंगे भारत-पाकिस्तान, इस दिन होगा महामुकाबला…
Bhopal 90 Degree Bridge Controversy: हाईकोर्ट की कड़ी टिप्पणी – “अब किसी न किसी का सिर तो कटेगा”

Bhopal 90 Degree Bridge Controversy: जबलपुर। भोपाल के चर्चित 90 डिग्री रेलवे ओवरब्रिज मामले में मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने ठेका कंपनी को बड़ी राहत दी है। मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा और न्यायमूर्ति विनय सराफ की युगलपीठ ने पीडब्ल्यूडी द्वारा कंपनी को ब्लैकलिस्ट किए जाने के आदेश पर रोक लगाते हुए तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा “जब बलि का बकरा बाहर हो गया, तो अब किसी न किसी का सिर तो कटेगा ही।” अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 28 अक्टूबर तक के लिए स्थगित करते हुए सरकार से जवाब भी तलब किया है। इंजीनियरों पर गिरी गाज पुल निर्माण का ठेका लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा मेसर्स पुनीत चड्ढा कंपनी को दिया गया था। जब सोशल मीडिया पर यह मामला “90 डिग्री ब्रिज” के नाम से वायरल हुआ, तो विभाग ने कार्रवाई करते हुए अपने दो मुख्य अभियंताओं सहित कुल सात अभियंताओं को निलंबित कर दिया था। साथ ही, ठेका कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। इस निर्णय को ठेका कंपनी ने मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में चुनौती दी। याचिका में दावा किया गया कि निर्माण कार्य पूरी तरह से पीडब्ल्यूडी द्वारा स्वीकृत ड्राइंग के अनुसार किया गया है। मामले की प्रारंभिक सुनवाई 25 अगस्त को हुई थी, जिसके बाद अदालत ने मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT), भोपाल के एक प्रोफेसर से पुल की तकनीकी जांच कराने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कार्रवाई पर लगाई रोक मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) के विशेषज्ञ द्वारा की गई तकनीकी जांच में सामने आया कि पुल का कोण 90 डिग्री नहीं बल्कि 118 से 119 डिग्री के बीच है। इस रिपोर्ट के आधार पर हाई कोर्ट ने ठेका कंपनी के खिलाफ की गई विभागीय कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी। गुरुवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ता के अधिवक्ताओं सिद्धार्थ कुमार शर्मा और प्रवीण दुबे ने दलील दी कि इंटरनेट मीडिया पर ब्रिज को 90 डिग्री का बताकर सनसनी फैलाई गई। सरकार द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जिस हिस्से में पुल का मोड़ बनाया गया है, उसके ठीक नीचे से रेलवे ट्रैक गुजरता है। समिति ने यह भी माना कि राज्य सरकार और रेलवे विभाग के बीच समन्वय की कमी रही, जिससे निर्माण कार्य में तकनीकी चुनौतियाँ उत्पन्न हुईं। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि ब्रिज के खंभे तय मानकों के अनुरूप दूरी पर नहीं लगाए गए। इन सब तथ्यों के बावजूद ठेका कंपनी को अपनी बात रखने का अवसर दिए बिना ही सरकार ने ब्लैकलिस्ट कर दिया। जांच में स्पष्ट हुआ कि पुल का मोड़ 90 डिग्री नहीं बल्कि 118 से 119 डिग्री के बीच है। यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/in-bhind-the-candidates-are-protesting-at-the-collector-office/