Chambalkichugli.com

Bhopal Crime News: ड्रग्स माफिया के नेटवर्क पर एक और बड़ी कार्रवाई, यासीन का करीबी फैजान गिरफ्तार…

MP NEWS

Bhopal Crime News: भोपाल। राजधानी भोपाल में ड्रग्स माफिया के नेटवर्क पर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए यासीन मछली के करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पैसों के लेन-देन को लेकर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया। लेनदेन के विवाद में की फायरिंग दरअसल, आरोपी फैजान मछली ने दानिश बैग नामक युवक पर उसके घर के बाहर फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। दोनों के बीच करीब डेढ़ लाख रुपये के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। वारदात को अंजाम देने के लिए फैजान ने अवैध कट्टे का इस्तेमाल किया। जांच में पता चला है कि आरोपी के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अब उससे जुड़ी आपराधिक गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है। ये भी पढ़ें :MP में मतदाता सूची के SIR की तैयारी, नाम नहीं होने पर चाहिए केवल तीन दस्तावेज…

Madhya Pradesh Voter List: MP में मतदाता सूची के SIR की तैयारी, नाम नहीं होने पर चाहिए केवल तीन दस्तावेज…

MP NEWS

Madhya Pradesh Voter List: बिहार से शुरू हुआ विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अब भारत के अन्य राज्यों में भी लागू किया जा रहा है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में भी मतदाता सूची को अपडेट रखने के लिए SIR की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिन लोगों के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में शामिल नहीं हैं, उन्हें नई सूची में अपने नाम कटने से बचाने के लिए पहचान के तीन दस्तावेज जमा करना अनिवार्य होगा। वहीं, जिनके पिता का नाम वर्तमान मतदाता सूची में दर्ज है, उन्हें पिता से संबंध का प्रमाण प्रस्तुत करने के साथ-साथ पहचान का एक वैध दस्तावेज भी देना होगा। 22 साल बाद मध्य प्रदेश में फिर शुरू होने जा रहा है SIR मध्य प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) की प्रक्रिया 22 साल बाद पुनः शुरू होने जा रही है। यह कवायद भारत निर्वाचन आयोग की निर्देशानुसार बिहार चुनाव में 65 लाख मतदाताओं के नाम कटने के बाद मध्य प्रदेश में भी लागू की जा रही है। इस पुनरीक्षण को स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) कहा गया है। पिछली बार यह विशेष पुनरीक्षण वर्ष 2003 में हुआ था, जब भोपाल में केवल चार विधानसभा क्षेत्र (गोविंदपुरा, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर और बैरसिया ) शामिल थे। अब दो दशकों बाद पूरे प्रदेश में यह प्रक्रिया लागू की जाएगी। 1987 से पहले जन्मे मतदाता को एक दस्तावेज़ प्रस्तुत करना होगा। 1987 से 2003 के बीच जन्मे मतदाता को दो दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे। 2003 के बाद जन्मे मतदाता को तीन दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे। ये भी पढ़ें : MP में OBC आरक्षण मामला: सुप्रीम कोर्ट में 8 अक्टूबर से होगी नियमित सुनवाई

MP News: कब्रिस्तान में महिलाओं की कब्रें खोदने वाला शख्स गिरफ्तार, पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे

mp news

MP News: खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स रात के अंधेरे में कब्रिस्तान जाकर कब्रों के साथ छेड़छाड़ करता था। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। वहीं आरोपी को पकड़ लिया गया है। आखिर वो कब्रों को क्यों नुकसान पहुंचा रहा था? इस सनसनीखेज मामले की पूरी कहानी जानिए आगे… क्या है पूरा मामला पुलिस ने इस मामले में आरोपी आयूब को खंडवा जिले के हरसूद इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया है कि आयूब रात के अंधेरे में कब्रिस्तान जाकर तांत्रिक क्रियाएं करता था। वह खासतौर पर महिलाओं की कब्रों के पास जाकर उनके बाल और नाखून निकालता था। जानकारी के अनुसार आरोपी आयूब कुछ महीने पहले अप्रैल में जेल से रिहा हुआ था, जहां वह हत्या के आरोप में बंद था। आयूब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने धर्मशाला, शक्कर तालाब, जावर और हरसूद जैसे इलाकों में लगातार तलाश अभियान चलाया। टीम ने उसे रात के समय हरसूद से गिरफ्तार कर लिया । पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने किया खुलासा मामले की जानकारी देते हुए खंडवा के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि आरोपी आयूब तांत्रिक गतिविधियों के लिए रात में कब्रिस्तान में जाता था। अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी ने खंडवा के बड़ा कब्रिस्तान में 5 कब्रें और सिहाड़ा के कब्रिस्तान में 3 कब्रें खोदकर उन्हें नुकसान पहुंचाया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी लगातार आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। अब उसने तंत्र-मंत्र के लिए कब्रों से छेड़छाड़ जैसी गंभीर हरकत भी की है। ये भी पढ़ें: MP में OBC आरक्षण मामला: सुप्रीम कोर्ट में 8 अक्टूबर से होगी नियमित सुनवाई

MP में OBC आरक्षण मामला: सुप्रीम कोर्ट में 8 अक्टूबर से होगी नियमित सुनवाई

Supreme Court On Green Crackers

MP में OBC आरक्षण मामला: मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण देने के विवादित मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में आज 24 सितंबर से शुरू होनी थी, लेकिन अब इसे 8 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी और मध्यप्रदेश सरकार के वकीलों ने कोर्ट से 27% ओबीसी आरक्षण पर लगे अंतरिम स्टे को हटाने की मांग की है। सामान्य वर्ग के वकीलों ने मांगा समय सुनवाई के दौरान सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों की ओर से पेश हुईं वकील पूजा धर और वकील लेखी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें मंगलवार को ही लगभग 15 हजार पेज के दस्तावेज सौंपे हैं। उनका कहना था कि इतने विस्तृत दस्तावेजों का अध्ययन करने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता है। इस पर अदालत ने नाराज़गी जाहिर करते हुए टिप्पणी की, “हम सुनवाई के लिए तैयार हैं, लेकिन आप नहीं।” इसके साथ ही कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 8 अक्टूबर तय कर दी। यह स्पष्ट किया कि इसके बाद मामले की डे-टू-डे हियरिंग होगी। यह भी पढ़ें : मध्यप्रदेश में दरिंदगी की हदें पार, 3 युवतियों से दुष्कर्म कर बनाया अश्लील वीडियो…

MP News: मध्यप्रदेश में दरिंदगी की हदें पार, 3 युवतियों से दुष्कर्म कर बनाया अश्लील वीडियो…

यह भी पढ़ें :

MP News: धार। ज़िले में महिलाओं के खिलाफ अपराध का एक गंभीर मामला सामने आया है। बता दें एक आरोपी युवक पर तीन युवतियों के साथ अलग-अलग समय पर दुष्कर्म, अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें ब्लैकमेल करने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक पीड़िताओं की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल किए थे। वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल पूरा मामला धार ज़िले के टांडा थाना क्षेत्र का है, जहां आकाश पिता मुन्ना मकवाना नामक युवक पर तीन युवतियों के साथ अलग-अलग समय और स्थान पर दुष्कर्म करने का आरोप है। आरोपी ने वारदात के दौरान अश्लील वीडियो भी बनाए और उन्हीं की आड़ में पीड़िताओं को लगातार ब्लैकमेल करता रहा। बता दें आरोपी ने ये आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। लगातार मिल रही धमकियों और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर युवतियों ने आखिरकार पुलिस का दरवाज़ा खटखटाया और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। गुजरात से हुई आरोपी की गिरफ्तारी पीड़िताओं की शिकायत मिलते ही टांडा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी आकाश को गुजरात के मोरबी से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एएसपी विजय डावर ने जानकारी दी कि आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और आईटी एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। यह भी पढ़ें : डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Sheopur News: मोगिया गैंग का इनामी बदमाश गिरफ्तार, चोरी के चांदी के जेवर बरामद

mp news

Sheopur News: श्योपुर। जिले की बड़ौदा पुलिस ने मंगलवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात मोगिया गैंग के ₹5,000 के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। यह बदमाश अप्रैल में दीवार तोड़कर घर में चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी महावीर उर्फ वीरा मोगिया (23 वर्ष) राजस्थान के बारां जिले के किशनगंज थाना क्षेत्र के करीरिया गांव का निवासी है। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी किए गए चांदी के जेवर भी बरामद कर लिए हैं। 26 अप्रैल को हुई थी वारदात यह मामला 26 अप्रैल 2025 का है, जब महावीर ने अपने साथियों के साथ मिलकर मकड़ावदा कला निवासी राधेश्याम के घर की दीवार तोड़कर चोरी की थी। चोरों ने घर से सोने-चांदी के जेवर समेत लगभग ₹50,000 मूल्य का सामान चुरा लिया था। इस मामले में पुलिस ने पहले ही 29 अप्रैल को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन महावीर तब से फरार चल रहा था। 10 जुलाई को श्योपुर पुलिस ने उस पर ₹5,000 का इनाम घोषित किया था। बड़ौदा थाना पुलिस ने 23 सितंबर को एक विशेष दबिश के दौरान महावीर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने चोरी की वारदात में अपनी संलिप्तता कबूल की है। यह भी पढ़ें : डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Shivpuri News: कोलारस में संदिग्ध तांत्रिक क्रिया का मामला, देर रात मोहल्लेवासियों ने देखीं अजीबो-गरीब हरकतें

Jabalpur NewsJabalpur News

Shivpuri News: शिवपुरी । कोलारस कस्बे के वार्ड नंबर 3 स्थित जेल रोड नर्सरी के पास मंगलवार रात एक व्यक्ति द्वारा संदिग्ध तांत्रिक क्रिया किए जाने का मामला सामने आया है। घटना देर रात की है, जब मोहल्लेवासियों ने एक व्यक्ति को सड़क किनारे अजीबो-गरीब हरकतें करते देखा। जानकारी के मुताबिक जैसे ही लोगों को इस बात की भनक लगी, संदिग्ध व्यक्ति मौके से फरार हो गया। स्थानीय निवासियों ने तुरंत इस घटना की सूचना कोलारस पुलिस को दी। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। लोगों को किस पर हो रहा शक मोहल्ले के लोगों का कहना है कि यह कोई बाहरी व्यक्ति नहीं था बल्कि वार्ड का ही एक निवासी हो सकता है। लोगों का आरोप है कि इसी व्यक्ति पर पहले भी तांत्रिक गतिविधियों और जादू-टोने के आरोप लग चुके हैं। बताया जा रहा है कि यह तीसरी बार है जब उसे इसी स्थान पर तांत्रिक क्रिया करते हुए देखा गया है। पुलिस जांच में जुटी घटना के बाद स्थानीय लोग भयभीत हैं। उन्होंने प्रशासन से इलाके में निगरानी बढ़ाने की मांग की है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारी आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। यह भी पढ़ें : डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Chambal River: डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Chambal River

Chambal River : भारत की प्राचीन नदियों में से एक चंबल नदी, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बहती हुई प्राकृतिक, सांस्कृतिक और पौराणिक गौरव की प्रतीक है। ऐतिहासिक ग्रंथों में इस नदी का उल्लेख ‘चर्मण्वती’ नाम से मिलता है। माना जाता है कि प्राचीन काल में राजा रंतिदेव ने इसी नदी के किनारे देवताओं को प्रसन्न करने के लिए एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया था। आइए, इस लेख में आगे बढ़ते हुए चंबल नदी से जुड़ी रहस्यमयी कथाओं को जानते हैं… जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी चंबल नदी से जुड़ी एक प्राचीन कथा इसे अन्य भारतीय नदियों से अलग बनाती है। मान्यता है कि राजा रंतिदेव द्वारा आयोजित एक महायज्ञ के दौरान ऋषि-मुनियों के आदेश पर हजारों जानवरों की बलि दी गई थी। बलि के बाद बहाए गए रक्त से इस स्थल पर एक धारा बनी, जो आगे चलकर चंबल नदी का रूप ले बैठी। इसी रक्तप्रवाह के कारण इस नदी को अपवित्र माना जाने लगा। बता दें गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी जैसी नदियों को हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है। वहीं चंबल एक मात्र प्रमुख नदी है जिसकी पूजा नहीं की जाती। चंबल नदी की श्रापित मान्यता पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंबल नदी जिसे प्राचीनकाल में ‘चर्मवती’ कहा जाता था, महाभारत की एक अत्यंत दुखद और अपमानजनक घटना का साक्षी रही है। कहा जाता है कि यही वह स्थान था जहाँ कौरवों और पांडवों के बीच चौसर का खेल हुआ था, जिसमें पांडवों ने अपनी पत्नी द्रौपदी तक को हार दिया। इसके बाद कौरवों ने भरी सभा में द्रौपदी का अपमान किया। इस अत्याचार और अपमान से आहत होकर द्रौपदी ने चर्मवती नदी को श्राप दे दिया कि इसकी पूजा कभी नहीं होगी। श्रवण कुमार एक प्राचीन किंवदंती के अनुसार, चंबल नदी श्रवण कुमार की कथा से भी जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि जब श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता को तीर्थयात्रा पर ले जा रहे थे, तो रास्ते में चंबल नदी पार करते समय उन्होंने नदी का पानी पिया। पानी पीने के बाद अचानक उन्हें क्रोध आ गया। वे अपने माता-पिता को वहीँ छोड़कर आगे निकल गए। हालांकि, कुछ दूर जाकर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। वे वापस लौटे, माता-पिता से क्षमा मांगी और फिर एक बार फिर उन्हें साथ लेकर तीर्थयात्रा की ओर रवाना हुए। विकास में चंबल का योगदान मानसून के समय चंबल नदी ने अत्यधिक जल प्रवाह होता है जबकि गर्मियों में जल स्तर काफी गिर जाता है। इसी जल का उपयोग कर केंद्र सरकार ने 1954 में ‘चंबल घाटी परियोजना’ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य नदी के जल का अधिकतम उपयोग करना और बाढ़ नियंत्रण करना था। इस परियोजना के तहत तीन प्रमुख बांधों का निर्माण किया गया। गांधी सागर बांध, राणा प्रताप सागर बांध (चित्तौड़गढ़), और जवाहर सागर बांध (कोटा)। ये तीनों बांध राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित हैं। इनके माध्यम से हाइड्रो पावर उत्पादन किया जाता है, जबकि कोटा बैराज के ज़रिए चंबल के जल का वितरण दोनों राज्यों के किसानों के बीच बराबरी से किया जाता है। डकैतों की धरती चंबल नदी जितनी प्रसिद्ध अपने धार्मिक और विकासात्मक पहलुओं के लिए है, उतनी ही कुख्यात इसके बीहड़ों के कारण भी रही है। लगभग 16 किलोमीटर के चौड़े क्षेत्र में फैले चंबल के बीहड़ों ने लंबे समय तक भारत के सबसे खतरनाक डकैतों को शरण दी। मोहर सिंह, मलखान सिंह, पान सिंह तोमर, फूलन देवी, मुस्तकीम, निर्भय गुर्जर और सलीम गुर्जर जैसे कुख्यात नामों ने यहीं से अपनी गैंगवार और लूटपाट की कहानियाँ रचीं। इन बीहड़ों की भौगोलिक बनावट ने इन्हें पुलिस और सुरक्षा बलों की पकड़ से दूर बनाए रखा। यही कारण है कि आज भी चंबल का नाम सुनते ही लोगों के ज़ेहन में नदी से ज़्यादा डकैतों की छवि उभरती है। यह भी पढ़ें : क्यों प्रसिद्ध है ग्वालियर? जानिए इस ऐतिहासिक शहर की खास बातें

Bhind News: खेतों में बदमाशों का संदिग्ध मूवमेंट, ग्रामीणों ने किया हवाई फायर, जानिए पूरा मामला

mp news

Bhind News: भिंड जिले के असवार थाना क्षेत्र में बदमाशों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। करियावली गांव के पास खेतों में रखवाली कर रहे किसानों ने अचानक 4-5 हथियारबंद बदमाशों को घेर लिया। बता दें बदमाशों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसमें गाली-गलौज के साथ-साथ गोली भी चली। हालांकि ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए हवाई फायर किए, जिससे बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए। जानिए पूरा मामला मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात करीब 1 बजे करियावली गांव के हार में खेतों की रखवाली कर रहे किसानों ने निसार गांव की ओर से चार-पांच संदिग्ध व्यक्तियों को खेतों की पगडंडी से आते हुए देखा। जब ग्रामीणों ने उन्हें पहचानने और रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने अपनी पहचान बताने से साफ इंकार कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण होते ही आसपास के अन्य ग्रामीण भी खेतों पर पहुंच गए और टॉर्च की रोशनी में संदिग्धों पर नजर रखनी शुरू कर दी। जब ग्रामीणों ने जोर से ललकारा, तो बदमाशों ने गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। ग्रामीणों ने आत्मरक्षा के लिए हवाई फायर किए। इससे घबरा कर बदमाश खेतों के रास्ते अंधेरे में छिपते हुए भाग निकले। बदमाशों से परेशान हो रहे ग्रामीण ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10-15 दिनों से क्षेत्र में बदमाशों की लगातार आवाजाही देखी जा रही है। निसार गांव के लोगों ने पहले भी पुलिस को इस बारे में सूचित किया था, लेकिन तब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस जब भी सूचना मिलने पर पहुंचती है, तो बिना हथियार और पर्याप्त संसाधनों के आती है। इसी वजह से इस बार गांव के लोगों ने खुद ही बदमाशों की घेराबंदी करने का फैसला किया। असवार थाना प्रभारी नीतेंद्र मावई ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रात पुलिस को इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली थी। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले निसार गांव से बदमाशों की गतिविधि की खबर जरूर मिली थी, लेकिन उस समय मौके पर कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं पाया गया। यह भी पढ़ें : 15 दिन से गांव के आसपास मंडरा रहे हैं कूनो से भागे चीते , हर रात दिखते हैं, हर दिन बढ़ती है दहशत…

Morena News: 15 दिन से गांव के आसपास मंडरा रहे हैं कूनो से भागे चीते , हर रात दिखते हैं, हर दिन बढ़ती है दहशत…

mp news

Morena News: मुरैना। कैलारस क्षेत्र में बीते 15 दिनों से दहशत का माहौल बना हुआ है। कूनो नेशनल पार्क से भटके हुए चार चीते अब गांवों की ओर रुख कर चुके हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद अब तक उन्हें काबू में नहीं लाया जा सका है। ताजा मामला ग्राम पंचायत सीसीत का है, जहां चार चीतों को एक साथ घूमते हुए देखा गया, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। डरे हुए ग्रामीण अब घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें चीते खुलेआम खेतों और रास्तों में घूमते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में चार-चार शिकारी श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से भागे हुए चीतों की संख्या अब बढ़कर चार हो चुकी है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ताज़ा वीडियो में ये सभी एक साथ घूमते नज़र आ रहे हैं। वीडियो देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई चीता परिवार जंगल की सीमाएं लांघकर ग्रामीण इलाकों में ‘सैर-सपाटा’ करने निकल पड़ा हो। हालांकि वन विभाग की मॉनिटरिंग टीम लगातार इन चीतों का पीछा कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें पकड़कर वापस लाने में कोई ठोस सफलता नहीं मिल सकी है। इस नाकामी ने वन्यजीव प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं ग्रामीणों की चिंता और दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। यह भी पढ़ें : चंबल के डकैतों की दहशत: पान सिंह तोमर से ददुआ तक….जिनके नाम से कांपते थे राजा-महाराजा