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Ashoknagar News: बैंक मैनेजर को पिस्टल दिखाकर बंधक बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, तालाब किनारे छिपाई थी अवैध पिस्टल…

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Ashoknagar News: अशोकनगर में एसबीआई बैंक मैनेजर को पिस्टल की नोक पर धमकाने और बंधक बनाने वाले आरोपी जीतेन्द्र रघुवंशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लोन की किस्त को लेकर हुए विवाद के बाद आरोपी ने मैनेजर को जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल तान दी थी। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया था। अपनी अवैध पिस्टल को दियाधरी गांव के पास तालाब किनारे जमीन में गाड़कर छिपा दिया था। पुलिस ने आरोपी को दबोचते हुए हथियार भी बरामद कर लिया है। उप शाखा प्रबंधक को बनाया बंधक कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप चौहान के मुताबिक, अशोकनगर के सेन चौराहा स्थित एसबीआई की एसईएमई शाखा के शाखा प्रबंधक विक्रम सिंह रावत और उप शाखा प्रबंधक एक ग्राहक, जितेन्द्र रघुवंशी से ₹90 लाख के सीसी लोन की बकाया किस्त को लेकर चर्चा करने उसके निवास पर पहुंचे थे। आरोपी को पहले भी कई बार नोटिस दिए जा चुके थे, लेकिन वह भुगतान करने से बचता रहा। बातचीत के दौरान जितेन्द्र रघुवंशी अचानक आगबबूला हो गया। पिस्टल तानते हुए बैंक अधिकारियों के साथ गाली-गलौज व मारपीट करने लगा। उसने दोनों के मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिए और उप शाखा प्रबंधक को बंधक बना लिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। उप शाखा प्रबंधक को मुक्त कराया, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। पुलिस ने आरोपी को दबोचा मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राजीव मिश्रा ने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए। कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने रात में आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अवैध पिस्टल को दियाधरी गांव के पास तालाब के किनारे जमीन में दफना दिया था, जिसे पुलिस ने मौके से बरामद कर लिया। आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 529/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं 221, 126(2), 351(2), 324(4), 115(2), 296 BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई में निरीक्षक रवि प्रताप सिंह चौहान, उप निरीक्षक अक्षय कुशवाह, भोजराम भगत समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे। ये भी पढ़ें: ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Lokayukta action: लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, निगम का सफाई दरोगा रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार

Lokayukta action

Lokayukta action : इंदौर। सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकायुक्त लगातार कार्रवाई कर रहा है। बावजूद इसके रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामले में लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के एक सफाई दरोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों दबोच लिया। ₹10 हजार में ट्रैक्टर छोड़ने की मांग लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के अनुसार, फरियादी मनोज चौहान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका ट्रैक्टर C-21 मॉल का मलबा साइट पर डालने के लिए प्रतिदिन ₹500 किराए पर लगाया गया था। 24 सितंबर को नगर निगम जोन क्रमांक 22 के सफाई दरोगा गोपाल पटोना और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराड़िया ने ट्रैक्टर को यह कहकर रोक लिया कि उसमें मलबे के साथ कचरा भी मिला हुआ है। ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया और छोड़ने के एवज में ₹10 हजार की मांग की गई। रकम न देने की स्थिति में ट्रैक्टर को ज़ब्त करने की धमकी दी गई थी। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और आज नगर निगम के सफाई दरोगा को ट्रैक्टर चालक से ₹10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने फरियादी को यह भरोसा भी दिलाया था कि भविष्य में उसे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। ये भी पढ़ें : ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Shivpuri News: ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Shivpuri News

Shivpuri News: शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के ग्राम दिदावली में सिचाई परियोजना में भ्रष्टाचार और मुआवजे में भेदभाव को लेकर ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। मुआवजे की अनदेखी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश मध्यप्रदेश के दिदावली गांव में उर नदी सिचाई परियोजना के तहत बनाई जा रही नहर में भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण के कारण ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। नहर की ऊंचाई अधिक होने और खराब निर्माण के कारण पानी रिसकर गांव में घुस रहा है, जिससे ग्रामीणों को गंभीर खतरा है। इसके अलावा, लगभग 60 प्रतिशत ग्रामीणों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है, जबकि कुछ लोगों को ही भुगतान किया गया है। मुआवजा न मिलने और विस्थापन के खतरे के बीच ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जल सत्याग्रह कर अपने हकों की मांग की है। सरकारी काम में बाधा का मामला दर्ज उर नदी सिचाई परियोजना में काम कर रही कंपनी के कर्मचारियों ने पुलिस थाने में ग्रामीणों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है। 2200 करोड़ की लागत से चल रही इस परियोजना में कंपनी शुरू से ही विवादों के घेरे में रही है। काम को लेकर पहले भी कंपनी के खिलाफ कई शिकायतें की जा चुकी हैं, जिससे परियोजना की प्रगति प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का विरोध और कंपनी का दावा दोनों पक्षों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। ये भी पढ़े : दिल दहलाने वाला हादसा, छत से गिरने से मां और एक साल की मासूम बेटी की मौत..

Bhopal Incident : दिल दहलाने वाला हादसा, छत से गिरने से मां और एक साल की मासूम बेटी की मौत..

Bhopal Incident

Bhopal Incident: भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां एक महिला और उसकी एक साल की मासूम बेटी छत से गिरकर जान गंवा बैठीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।  खून से लथपथ मिलीं मां-बेटी भोपाल के राजवंश कॉलोनी स्थित मित्तल कॉलेज के पास देर रात एक दर्दनाक घटना घटी, जहां 30 वर्षीय गौरी सिसोदिया अपनी एक साल की मासूम बेटी के साथ छत पर टहल रही थीं। अचानक तेज गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो मां-बेटी खून से लथपथ पड़ी मिलीं।  पुलिस ने तुरंत मर्ग कायम कर मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। हादसे के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस हर पहलू पर ध्यान दे रही है। मृतक गौरी सीहोर की रहने वाली मृतक गौरी सिसोदिया सीहोर की रहने वाली थीं। वर्तमान में भोपाल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। बताया जा रहा है कि मां-बेटी वेंटिलेशन स्पेस के बीच गिर गईं, जिसमें पहले उनकी एक साल की मासूम बेटी नीचे गिरी।  इसके कुछ समय बाद गौरी भी पीछे से गिर पड़ीं। दोनों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिवार के सदस्यों और उनके साथ रहने वालों की जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। पुलिस घटना के हर पहलू की जांच में जुटी हुई है। ये भी हैं: ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’….गरबा पंडाल में दिखे हिंदू बेटी बचाओ पोस्टर्स

Love Jihad: ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’….गरबा पंडाल में दिखे हिंदू बेटी बचाओ पोस्टर्स

Love Jihad

Love Jihad: इंदौर। नवरात्रि के रंगों और गरबा की रौनक के बीच इंदौर का एक पंडाल इस बार सामाजिक संदेश दे रहा है। ‘हिंदू बेटी बचाओ अभियान’ के तहत बनाए गए इस गरबा पंडाल को ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’ नाम दिया गया है, जहां प्रतीकात्मक झांकियों और पोस्टरों के जरिए लव जिहाद को लेकर चेतावनी दी जा रही है। बता दें पंडाल में फ्रिज और सूटकेस जैसे प्रतीकों के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे कुछ मामलों में हिंदू लड़कियों का जीवन ठहर सा जाता है या वे गुमनाम अंधकार में खो जाती हैं। इंदौर के इस विशेष गरबा पंडाल की सबसे खास बात यह है कि इसमें प्रतीकात्मक झांकियों के साथ चेतावनी भरे पोस्टर लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है…‘बेटी को बचाओ, लव जिहाद से सावधान।’ इस पंडाल का नाम ‘लाडो’ रखा गया है। आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि यह अभियान हाल ही में इंदौर में गरबा आयोजनों के दौरान सामने आए लव जिहाद के कथित मामलों से प्रेरित है। हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा, “गरबा की रंगीनियों पर लव जिहाद का काला साया न पड़े, इसी उद्देश्य से हमने यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया है। माता-पिता को सतर्क करना जरूरी है, वरना बेटियां भी फ्रिज की तरह ठंडी और खामोश हो जाएंगी।”  

Pradhan Mantri Awas Yojana: पीएम आवास योजना में बड़ा घोटाला, ग्राम सचिव और बेटे ने अधूरे मकानों के पैसे निकाले…

Pradhan Mantri Awas Yojana

Pradhan Mantri Awas Yojana: शिवपुरी में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। ग्राम पंचायत गताझलकुई के पूर्व सचिव जीवन सिंह यादव और उनके पुत्र रविप्रताप यादव पर योजना के फंड का फर्जी तरीके से दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगा है। खनियाधाना जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भोगराज मीणा की शिकायत के बाद दोनों के खिलाफ आधिकारिक कार्रवाई शुरू हो गई है। 20 अधूरे मकानों का फर्जीवाड़ा जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि ग्राम पंचायत गताझलकुई में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 125 मकान मंजूर थे, लेकिन इनमें से केवल 37 मकान ही पूरी तरह बन पाए। बाकी मकान या तो अधूरे ही छोड़ दिए गए या उनकी निर्माण प्रक्रिया शुरू ही नहीं हुई। इसके बावजूद 20 अधूरे मकानों को ऑनलाइन पोर्टल पर पूरी तरह पूरा दिखाकर योजना की राशि फर्जी तरीके से निकाल ली गई। सचिव और बेटे ने ठेका अपने नाम कर मजदूरी की राशि भी हड़पी आदिवासी लाभार्थियों के बयान के अनुसार, ग्राम सचिव जीवन सिंह यादव और उनके बेटे रविप्रताप यादव ने खुद ही मकान निर्माण का ठेका अपने नाम कर लिया था। उन्होंने योजना के तहत मिलने वाली पूरी निर्माण राशि प्राप्त कर ली, लेकिन मकान अधूरे ही छोड़ दिए। साथ ही, मजदूरों को मिलने वाली मजदूरी की रकम भी हड़प ली गई। वह फर्जी तरीके से अन्य जॉब कार्डधारियों के खातों में भेज दी गई। ये भी पढ़ें : मुरैना में एक साल में 354 शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड, 1402 संदिग्ध शस्त्रधारियों पर कार्रवाई

Guna Police Custody Death Case: फरार TI और ASI पर रखा ₹2-2 लाख का इनाम, पारधी की हिरासत में हुई थी संदिग्ध मौत

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Guna Police Custody Death Case: मध्य प्रदेश के गुना जिले में पारधी समुदाय के युवक देवा पारधी की पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद अब CBI ने दो फरार पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 2-2 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। कोर्ट ने इस केस में हो रही देरी पर नाराजगी जताई थी । क्या है पूरा मामला 4 जुलाई 2024 की शाम बीलाखेड़ी गांव का माहौल शादी के उत्सव से सराबोर था। 24 वर्षीय देवा पारधी की बारात अगले दिन निकलने वाली थी। उसी दौरान करीब 4:30 बजे म्याना थाना पुलिस गांव पहुंची और एक पुराने चोरी के मामले में पूछताछ के नाम पर देवा और उसके चाचा गंगाराम को हिरासत में ले लिया। देवा पारधी की गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद परिवार के लिए एक भयावह खबर आई। रात होते-होते जिला अस्पताल से सूचना मिली कि देवा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि देवा की मौत पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में हो चुकी थी। यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। बाद में आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने मामले को और गंभीर बना दिया, जिसमें शरीर पर चोटों और मारपीट के साफ़ निशान पाए गए। देवा पारधी की संदिग्ध मौत के बाद म्याना थाने के पूर्व थाना प्रभारी संजीत सिंह मवई और सहायक उप निरीक्षक उत्तम सिंह कुशवाहा फरार हो गए हैं। दोनों के खिलाफ कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था। अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इनकी गिरफ्तारी को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए, उनकी लोकेशन की विश्वसनीय सूचना देने वाले को 2-2 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। ये भी पढ़ें : मुरैना में एक साल में 354 शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड, 1402 संदिग्ध शस्त्रधारियों पर कार्रवाई

IND Vs WI: वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम इंडिया का ऐलान, देखें किन खिलाड़ियों को मिला मौका

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IND Vs WI: वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है। इस बार टीम की कमान युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को सौंपी गई है। 15 सदस्यीय स्क्वॉड के साथ भारत एक नई शुरुआत की ओर बढ़ रहा है। सीरीज़ का पहला टेस्ट 2 अक्टूबर से अहमदाबाद, जबकि दूसरा मुकाबला 10 अक्टूबर से दिल्ली में खेला जाएगा। इन खिलाडियों को मिला मौका शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, रवींद्र जड़ेजा, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, नीतीश रेड्डी और एन जगदीसन। WTC 2025-27 में अहम होगी भारत-वेस्टइंडीज सीरीज़ भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली यह दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 का हिस्सा है। इस समय भारत पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर मौजूद है। हाल ही में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ की थी। दूसरी तरफ वेस्टइंडीज की टीम अब तक खेले गए तीनों मुकाबलों में हार झेल चुकी है और छठे स्थान पर है। ये भी पढ़ें: समय श्रीवास्तव बने भारत के खिलाफ खेलने वाले भोपाल के पहले क्रिकेटर

Morena News: मुरैना में एक साल में 354 शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड, 1402 संदिग्ध शस्त्रधारियों पर कार्रवाई

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Morena News: मुरैना जिले में कानून का सख्त पालन सुनिश्चित करने के लिए उन शस्त्रधारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तेज कर दी गई है, जिनके खिलाफ न्यायालय में आपराधिक मामले विचाराधीन हैं। पुलिस ने अब तक 1402 ऐसे शस्त्रधारियों की पहचान की है, जिनमें से पिछले एक साल में 354 के शस्त्र लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। हाल ही में एक साथ 282 लाइसेंस सस्पेंड किए जाने की कार्रवाई को जिले की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। जिले में शस्त्र लाइसेंस की संख्या मुरैना जिले में 25 हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए हैं। ऐसे में कलेक्टर और एसपी कार्यालयों में रोजाना नए लाइसेंस के लिए आवेदन आते रहते हैं, जिससे अधिकारियों पर कार्यभार काफी बढ़ जाता है। आपराधिक रिकॉर्ड वाले शस्त्रधारकों की पहचान एसपी समीर सौरभ के अनुसार, शस्त्रधारियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच में 1402 ऐसे लोगों की पहचान हुई है जिन पर शस्त्र लाइसेंस मिलने के बाद आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। इनकी कड़ी निगरानी और न्यायालयीय कार्रवाई के तहत हाल ही में 282 शस्त्रधारकों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं। अपराध नियंत्रण के लिए सख्त कार्रवाई एसपी ने बताया कि इस कार्रवाई का मुख्य मकसद शस्त्रधारियों को हथियारों का गलत उपयोग करने से रोकना है। लाइसेंस निरस्त होने का भय उन्हें कानून का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा। कलेक्टर ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई को दी हरी झंडी एसपी ने कलेक्टर अंकित अस्थाना को शस्त्रधारियों के खिलाफ की गई जांच का प्रतिवेदन सौंपा था, जिस पर कलेक्टर ने 282 लाइसेंस सस्पेंड करने की मंजूरी दी। यह कार्रवाई जिले में अब तक की सबसे बड़ी और प्रभावशाली मानी जा रही है। एसपी समीर सौरभ ने बताया कि आपराधिक रिकॉर्ड वाले शस्त्रधारियों की पहचान कर पुलिस द्वारा निरंतर कड़ी कार्रवाई जारी रखी जाएगी, ताकि शस्त्रों के दुरुपयोग को रोककर कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे। ये भी पढ़ें : वंदे भारत एक्सप्रेस में युवक-युवती का हंगामा, RPF ने तुरंत की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला

Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस में युवक-युवती का हंगामा, RPF ने तुरंत की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला

Vande Bharat Express

Vande Bharat Express : ग्वालियर। दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के सी-2 कोच में गुरुवार को दो नशेड़ी (एक युवक और एक युवती) ने यात्रियों के साथ विवाद कर हंगामा कर दिया। शराब के प्रभाव में दोनों ने यात्रियों से तकरार की कोशिश की, जिससे कोच में तनाव फैल गया। यात्रियों ने तुरंत स्थिति को संभाला और मामला बढ़ने से पहले शांत कर दिया। RPF ने तुरंत की कार्रवाई यह घटना तब हुई जब ट्रेन झांसी के पास गुजर रही थी। परेशान यात्रियों ने तुरंत झांसी रेलवे कंट्रोल रूम को सूचित किया। कंट्रोल रूम ने फौरन रेल सुरक्षा बल (RPF) को सूचना दी, जिन्होंने ट्रेन के ग्वालियर स्टेशन पहुंचते ही दोनों आरोपी युवक-युवती को हिरासत में ले लिया। आरपीएफ ने उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाकर मेडिकल जांच कराई, जिसमें पुष्टि हुई कि वे कोच के अंदर ही शराब पीकर यात्रा कर रहे थे। इस कार्रवाई से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई । यात्रियों से सतर्क रहने की अपील यात्रियों की शिकायत के आधार पर रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दोनों नशेड़ी युवक-युवती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच प्रक्रिया जारी है। आगामी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे ऐसी संदिग्ध या अनुचित हरकतों को तुरंत रिपोर्ट करें ताकि ट्रेन यात्रा सुरक्षित और सुगम बनी रहे। ये भी पढ़ें : आख़िर मोहर सिंह कैसे बना डाकू? जानिए पूरी कहानी?