MP News: भिंड। भारतीय जनता पार्टी के अंदर संगठनात्मक गतिरोध और जनप्रतिनिधियों के बीच चल रही अंदरूनी लड़ाईया अब सार्वजनिक मंच पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित स्वच्छता अभियान और फल वितरण कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा के बीच हुई बहस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में हड़कंप मचा दिया है।
पीएम मोदी के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा
पीएम मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर भिंड जिले में सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत दो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए गए। सबसे पहले गौरी सरोवर पर सफाई अभियान हुआ, जहां आवश्यक ग्लव्स और अन्य सामग्री की कमी से सांसद संध्या राय और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने अपनी असंतुष्टि जाहिर की।
इसके बाद सभी प्रतिनिधि जिला अस्पताल पहुंचे, जहां मरीजों के बीच फल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इन आयोजनों के दौरान सामने आई कई चुनौतियों ने संगठन के अंदरूनी मतभेदों को उजागर कर दिया।
भाजपा नेताओं के बीच तनातनी
कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा के बीच जिम्मेदारियों को लेकर विवाद भी सामने आया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं पहले से ठीक प्रकार से मौजूद थीं, जबकि विधायक ने आरोप लगाया कि ग्लव्स जैसी आवश्यक सामग्री तक उपलब्ध नहीं कराई गई। इस बात को लेकर दोनों नेताओं के बीच तीखी कहासुनी हो गई, जिसे कार्यक्रम में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने समझदारी से बीच-बचाव करके शांत कराया।
कार्यक्रम में बढ़ते मतभेदों का असर साफ नजर आया जब भाजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के साथ मिलकर मरीजों को फल वितरण किया, वहीं सांसद संध्या राय और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने बाद में अलग से फल वितरण किया।
इस दौरान सांसद संध्या राय ने भी विधायक कुशवाहा के पक्ष में अपनी बात रखते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान जैसे आयोजनों में आवश्यक व्यवस्थाओं का होना बेहद जरूरी है।
प्रदेश स्तर तक पहुंचा मामला
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा जिलाध्यक्ष और विधायक के बीच चल रहा विवाद नया नहीं है। हाल ही में विधायक और कलेक्टर के बीच टकराव के समय भी जिला संगठन ने अपने आप को विवाद से अलग रखा था। जिले में लगातार बदलते राजनीतिक समीकरणों के कारण यह असहमतियां अब खुले तौर पर सामने आ रही हैं।
विवाद की जानकारी प्रदेश संगठन और कार्यकारिणी के वरिष्ठ पदाधिकारियों तक पहुंच चुकी है, और उम्मीद है कि प्रदेश नेतृत्व जल्द ही मामले की पूरी रिपोर्ट मंगाएगा।