Lokayukta action : इंदौर। सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकायुक्त लगातार कार्रवाई कर रहा है। बावजूद इसके रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामले में लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के एक सफाई दरोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों दबोच लिया।
₹10 हजार में ट्रैक्टर छोड़ने की मांग
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के अनुसार, फरियादी मनोज चौहान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका ट्रैक्टर C-21 मॉल का मलबा साइट पर डालने के लिए प्रतिदिन ₹500 किराए पर लगाया गया था।
24 सितंबर को नगर निगम जोन क्रमांक 22 के सफाई दरोगा गोपाल पटोना और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराड़िया ने ट्रैक्टर को यह कहकर रोक लिया कि उसमें मलबे के साथ कचरा भी मिला हुआ है। ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया और छोड़ने के एवज में ₹10 हजार की मांग की गई। रकम न देने की स्थिति में ट्रैक्टर को ज़ब्त करने की धमकी दी गई थी।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और आज नगर निगम के सफाई दरोगा को ट्रैक्टर चालक से ₹10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने फरियादी को यह भरोसा भी दिलाया था कि भविष्य में उसे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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