Gwalior News: ग्वालियर। महात्मा गांधी की जयंती (2 अक्टूबर) पर प्रदेशभर की जेलों से 111 बंदियों को रिहा किया गया। इसी क्रम में ग्वालियर केंद्रीय जेल से भी 7 बंदियों को अच्छे आचरण के चलते रिहाई मिली। राज्य सरकार के निर्देश पर उनके परिजनों को पहले ही सूचना दे दी गई थी।
जेल प्रशासन ने बंदियों को फूलमाला, श्रीफल और जेल में किए गए काम के मेहनताने के चेक भेंट कर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। अब ये सभी बंदी अपना आगे का जीवन जेल की चारदीवारी से बाहर अपने परिजनों के साथ बिताएंगे।
4 मौकों पर दी जाती है बंदियों को रिहाई
पहले बंदियों को सिर्फ स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर ही रिहा किया जाता था। बता दें पिछले दो साल से गांधी जयंती (2 अक्टूबर) और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) पर भी रिहाई दी जा रही है।
ग्वालियर जेल अधीक्षक विदित सरवरिया ने बताया कि जिन 7 बंदियों को छोड़ा गया है, वे केवल एक अपराध में आरोपी थे और 12 से 14 साल की सजा काट चुके थे। उनका जेल में आचरण भी संतोषजनक रहा। वहीं दुष्कर्म, लूट, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में शामिल कैदियों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया।
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