MP NEWS: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां दर्जनों मदरसों में न केवल मुस्लिम बल्कि सैकड़ों हिंदू बच्चे भी पढ़ाई कर रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले के 55 मदरसों में 556 हिंदू बच्चे विधिवत रूप से नामांकित हैं।
यह खुलासा ऐसे समय हुआ है जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 16 अगस्त 2024 को यह स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि मदरसों में गैर-मुस्लिम बच्चों को दाखिला न दिया जाए।
मदरसों में हिंदू छात्रों की भारी मौजूदगी
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 283 का हवाला देते हुए सभी जिलों के अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि मदरसों में गैर-मुस्लिम छात्रों का दाखिला न हो। बावजूद इसके, ज़मीनी हकीकत इससे अलग नज़र आ रही है।
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब मुरैना जिले के अंबाह विकासखंड के खडियार गांव में स्थित मदरसा ‘आयशा इस्लामिया’ की पड़ताल की गई, तो हैरान कर देने वाले नतीजे मिले।
सोचिए, कुल 448 बच्चे इस मदरसे में पढ़ते हैं। इनमें से 135 तो हिंदू बच्चे हैं! यानी यहां पढ़ाई का रंग-रूप ऐसा है कि हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के बच्चे साथ-साथ किताबों की दुनिया में डूबे हुए हैं।
मदरसों में बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। इसी कारण हिंदू परिवार भी अपने बच्चों का दाखिला मदरसों में करा रहे हैं ताकि वे इस मुफ्त शिक्षा का लाभ उठा सकें। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश के मदरसों में बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। यही वजह हो सकती है कि कई अभिभावकों ने अपने हिंदू बच्चों का भी इन संस्थानों में दाखिला करवाया है।