MP News: मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के मामलों पर लगाम लगाने के लिए राज्य पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। अक्सर देखा गया है कि साइबर ठगी के चलते लोगों को अपनी कमाई गंवानी पड़ती है। अब मध्य प्रदेश पुलिस ने इसका समाधान निकाल लिया है। तो आइए जानते हैं कि आखिर कैसे अब लोगों के साथ यह साइबर धोखाधड़ी नहीं हो पाएगी और कैसे वे अपने पैसे सुरक्षित रख सकेंगे।
अब ठगों की नहीं चलेगी चाल
बता दें पहली बार एमपी पुलिस ने खुद का ‘साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर’ शुरू किया है, जो खास तौर पर प्रदेश के पीड़ितों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर रहा है।
इस सेंटर का मकसद ठगी के बाद तुरंत ऐक्शन लेते हुए होल्ड खातों से पैसा रिलीज करवाना और पीड़ितों को राहत देना है।
भोपाल में शुरू हुआ यह सेंटर
राजधानी भोपाल में शुरू किए गए इस सेंटर के शुरुआती नतीजे चौंकाने वाले हैं महज एक महीने में ही करीब 70 करोड़ रुपए साइबर अपराधियों के हाथों में जाने से बचा लिए गए। यह पहल इसलिए भी अहम है क्योंकि साइबर ठग लगातार अपने तरीके बदलते जा रहे हैं और आम लोगों को निशाना बना रहे हैं।
राज्य स्तर पर साइबर फ्रॉड रोकने की अनोखी पहल
भोपाल में शुरू किया गया यह साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर पूरी तरह से इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की तर्ज पर तैयार किया गया है, लेकिन इसकी खास बात यह है कि यह सिर्फ मध्य प्रदेश के मामलों पर फोकस करता है।
राज्य में बीते कुछ महीनों में साइबर ठगी की घटनाओं में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जिसे देखते हुए इस सेंटर की स्थापना को एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम माना जा रहा है। इसका उद्देश्य राज्य में साइबर अपराध को जड़ से रोकना और पीड़ितों को त्वरित राहत देना, ताकि जनता का विश्वास कानून व्यवस्था में बना रहे।
क्या है साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर?
भोपाल के डिपो चौराहा स्थित साइबर मुख्यालय में स्थापित साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर का उद्देश्य राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करना है। इस सेंटर में प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम तैनात है, जो साइबर ठगी से जुड़ी शिकायतों पर तुरंत ऐक्शन लेती है।
सबसे खास बात यह है कि यह टीम केवल उन्हीं मामलों में कार्रवाई करती है, जिनमें फरियादी ने ठगी की घटना के दो घंटे के भीतर या तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर या फिर हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई हो।
यह भी पढ़ें :https://chambalkichugli.com/mp-news-was-absconding-for-a-year-accused-of-rape/