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रात में लाइट जलाकर सोना नुकसानदेह, जानें सेहत पर पड़ने वाले असर

रात में लाइट जलाकर सोना नुकसानदेह

Health Risks of light During Sleep: रात में अच्छी और पर्याप्त नींद हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। नींद पूरी न होने पर दिन भर थकान, चिड़चिड़ापन और कम ऊर्जा महसूस होती है। वहीं, नींद लेने के तरीके भी अलग-अलग होते हैं। कुछ लोग सोने से पहले पूरी तरह लाइट बंद कर देते हैं, जबकि कई लोग रात में कमरे की लाइट जलाकर सोना पसंद करते हैं।

रात में आर्टिफिशियल लाइट से सोने के खतरे

क्या आप जानते हैं कि रात में आर्टिफिशियल लाइट में सोने से सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है? हाल ही में हुई एक स्टडी में बताया गया है कि रात को रोशनी में सोने से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। मेटाबॉलिज़्म पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज और अन्य मेटाबॉलिक समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।

आर्टिफिशियल लाइट का असर

शोधकर्ताओं की स्टडी में पाया गया है कि जो लोग रात में आर्टिफिशियल लाइट में सोते हैं, उनमें इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है। इसके मुकाबले, जो लोग कम रोशनी में सोते हैं, उनमें यह प्रभाव कम देखा गया। यह स्टडी PubMed में प्रकाशित हुई है। अध्ययन में यह भी सामने आया कि आर्टिफिशियल लाइट इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा, आर्टिफिशियल लाइट ऑटोइम्यून नर्वस सिस्टम को सक्रिय कर देता है, जिससे कार्डियोवेस्कुलर फंक्शन पर भी असर पड़ता है। नींद के पैटर्न में बदलाव से मेटाबॉलिज्म पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे लंबी अवधि में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।

स्टडी में 20 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। एक कमरे में तेज आर्टिफिशियल लाइट और दूसरे कमरे में धीमी रोशनी रखी गई। दोनों कमरों में 10-10 लोगों को एक रात के लिए सुलाया गया। रिसर्च में पाया गया कि तेज रोशनी में सोने वालों की इंसुलिन सेंसिटिविटी प्रभावित हुई। हालांकि ब्लड शुगर में बड़ा अंतर नहीं देखा गया। इसके साथ ही तेज रोशनी में सोने वालों की नींद की गुणवत्ता भी कम पाई गई।

विशेषकर शहरी लोगों पर इसका प्रभाव अधिक होता है, जो घर में तेज रोशनी में सोना पसंद करते हैं। ऐसे लोग यदि रात में रोशनी कम कर लें, तो उनकी नींद की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है।

रात में लाइट जलाकर सोने से बॉडी क्लॉक अलर्ट मोड में चला जाता है और दिमाग में मेलाटोनिन का स्तर घटता है। डॉक्टरों के अनुसार, हर व्यक्ति को रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। पर्याप्त नींद से शरीर बीमारियों से बचा रहता है और स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है।

पर्याप्त नींद लेने के स्वास्थ्य लाभ

नींद हमारे शरीर और दिमाग के लिए बहुत जरूरी है। पर्याप्त नींद लेने से शरीर को खुद को रिपेयर करने में मदद मिलती है और मांसपेशियां जल्दी रिकवर होती हैं। इससे आपका मूड भी अच्छा रहता है और मानसिक स्वास्थ्य मजबूत होता है। इसके अलावा, बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ में भी पर्याप्त नींद का बड़ा योगदान होता है।

Disclaimer: यह खबर केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई है। स्वास्थ्य या किसी अन्य निर्णय से पहले विशेषज्ञ या योग्य डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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