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मध्य प्रदेश में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव, हनुमान चालीसा पाठ को लेकर दो पक्षों में विवाद

मध्य प्रदेश में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव

बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बिरोदा गांव में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैल गया। हनुमान चालीसा पाठ के समय पथराव की घटना सामने आई, जिससे इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस झड़प में तीन लोग घायल हुए हैं, जबकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेते हुए दोनों पक्षों से सात लोगों को हिरासत में लिया है। हनुमान चालीसा पाठ के दौरान शुरू हुआ पथराव दरअसल, भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था, उसी दौरान एक स्थान पर श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे। इसी बीच अचानक पथराव शुरू हो गया, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए । पथराव की चपेट में आकर एक पक्ष के तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अभिषेक बागरी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति पर काबू पाया। फिलहाल गांव में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के चारों थानों के प्रभारी सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। विधायक ने की पुलिस अधिकारियों से मुलाकात घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक अर्चना चिटनीस अपने समर्थकों के साथ लालबाग थाना पहुंचीं। एसपी अभिषेक बागरी से मुलाकात कर पूरे मामले पर चर्चा की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों से कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। एसपी ने जानकारी दी कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी जब्त कर लिया गया है, जिसकी जांच जारी है। पथराव की इस घटना में विजय महाजन और प्रकाश लश्करे घायल हुए हैं।

फेसबुक-इंस्टाग्राम बैन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन, संसद भवन तक पहुंचे युवा

फेसबुक-इंस्टाग्राम बैन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

Violent protests by Gen Z in Nepal: नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पर बैन लगाए जाने के फैसले ने देशभर में जनाक्रोश भड़का दिया है। बता दें Gen-Z युवा सड़कों पर उतर आए हैं। काठमांडू सहित कई बड़े शहरों में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ उग्र विरोध दर्ज कराया। हालात बेकाबू हो गए और सैकड़ों प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुस गए। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और गोलियां भी चलाईं। बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए राजधानी काठमांडू में कर्फ्यू लगा दिया गया है। बेरोजगारी और बैन के खिलाफ फूटा गुस्सा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के साथ-साथ प्रदर्शनकारियों ने बेरोजगारी, बढ़ते भ्रष्टाचार और आर्थिक तंगी के लिए भी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है। विराटनगर, भरतपुर और पोखरा जैसे शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। युवाओं का कहना है कि सरकार का यह फैसला न केवल अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला है बल्कि इससे उनकी पढ़ाई, फ्रीलांसिंग और ऑनलाइन कारोबार पर भी बुरा असर पड़ेगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप, रेडिट और X सहित 26 लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। सोशल मीडिया बैन से कारोबार ठप सरकार द्वारा लगाए गए सोशल मीडिया बैन का सीधा असर आम लोगों की ज़िंदगी पर पड़ा है। फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपना सामान बेचने वाले छोटे कारोबारियों का व्यापार पूरी तरह से रुक गया है। वहीं, YouTube और GitHub जैसे शैक्षणिक प्लेटफॉर्म्स तक पहुंच बंद होने से छात्रों की पढ़ाई भी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। विदेशों में रहने वाले परिजनों से संपर्क करना अब मुश्किल हो गया है। बैन से नाराज लोगों ने बड़ी संख्या में VPN का सहारा लेकर इन प्लेटफॉर्म्स तक पहुंचने की कोशिश की, जिससे यह साफ हो गया कि सरकार के इस कदम के खिलाफ लोगों में गहरा असंतोष है। स्कूल यूनिफॉर्म में उतरे Gen-Z सरकार द्वारा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाए जाने के बावजूद टिकटॉक पर पाबंदी न होने का युवाओं ने भरपूर इस्तेमाल किया। इसी प्लेटफॉर्म से आंदोलन की चिंगारी भड़की। जल्द ही #RestoreOurInternet जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे और देशभर में वायरल हो गए। इस विरोध की खास बात यह रही कि इसमें मुख्य रूप से Gen-Z वर्ग ने हिस्सा लिया।कई छात्र स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर शामिल हुए ताकि यह संदेश साफ हो कि यह युवा वर्ग का आंदोलन है। आयोजकों ने 28 साल से ऊपर के लोगों को प्रदर्शन में भाग लेने की अनुमति नहीं दी। प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया की बहाली, भ्रष्टाचार पर लगाम, रोज़गार के अवसर और सभी के लिए इंटरनेट एक्सेस जैसी ठोस मांगें रखीं।

ग्वालियर में पुलिस को देखकर पानी में कूदा युवक, 20 मिनट तक “लाश” बनकर तैरता रहा, VIDEO वायरल

लाश

Gwalior News: ग्वालियर में सोशल मीडिया पर वायरल होने की सनक एक बार फिर हदें पार कर गईं। वीरपुर बांध पर एक युवक ने खुद को “लाश” बनाकर पानी में 20 मिनट तक तैरते हुए वीडियो शूट कराया, जिससे वहां से गुजर रहे लोगों में हड़कंप मच गया। बारिश के चलते पहले से ही ओवरफ्लो हो रहे इस बांध में हाल ही में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो चुकी है। ऐसे में लोगों ने जब युवक को चित अवस्था में पानी में पड़े देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को बाद में पता चला कि यह सब सिर्फ सोशल मीडिया रील के लिए किया गया था। असलियत निकली चौंकाने वाली सूचना मिलते ही गिरवाई थाना पुलिस जब मौके पर वीरपुर बांध पहुंची, तो वहां पहले से ही लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी। सभी को लगा कि पानी में एक लाश पड़ी है, लेकिन जैसे ही पुलिसकर्मी पास पहुंचे, वो ‘लाश’ अचानक उठकर भागने लगी। यह नज़ारा देखकर लोग हक्का-बक्का रह गए। पुलिस ने जब युवक को पकड़ा, तो चौंकाने वाला सच सामने आया। वह महज एक इंस्टाग्राम रील के लिए खुद को मरा हुआ दिखा रहा था। युवक को थाने ले जाकर पहले सख्त फटकार लगाई गई। फिर समझाइश (काउंसलिंग) के बाद छोड़ दिया गया। ‘लाश’ समझकर जमा हो गई भीड़ गिरवाई थाना प्रभारी सुरेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि रविवार को सूचना मिली थी कि वीरपुर बांध में एक युवक की लाश पड़ी है। मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं। जब पुलिस वहां पहुंची तो देखा कि एक युवक बांध के किनारे पानी में इस तरह पड़ा था कि उसका पूरा शरीर पानी में था। केवल चेहरा ही थोड़ा बाहर नजर आ रहा था। दृश्य इतना वास्तविक लग रहा था कि आसपास मौजूद लोग उसे मृत समझ बैठे। कई राहगीर उसका वीडियो बना रहे थे, जब तक पुलिस ने मामले की असलियत सामने नहीं लाई। रील बनाने के चक्कर में मरा हुआ बनने का नाटक चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब एक युवक ने झील में लाश बनने की एक्टिंग कर लोगों और पुलिस को गुमराह कर दिया। हैरानी की बात यह रही कि ठीक एक दिन पहले इसी स्थान पर एक युवक की डूबने से मौत हो चुकी थी, जिससे माहौल पहले से ही संवेदनशील था। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि झील में एक युवक काफी देर से अचेत पड़ा है, वे तुरंत मौके पर पहुंचे। बता दें पुलिस जैसे ही उसे बाहर निकालने लगी, युवक अचानक उठकर दौड़ने लगा। यह नज़ारा देख वहां मौजूद लोग दंग रह गए और कई घबराकर इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने युवक को दौड़कर पकड़ा और पूछताछ की, तब युवक की पहचान टिंकू (30), पुत्र कप्तान सिंह, निवासी आरोन के रूप में हुई। पूछताछ में टिंकू ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए रील बना रहा था । पुलिस ने युवक को चेतावनी देकर आगे ऐसी हरकत न करने की हिदायत दी। इसके साथ ही सोशल मीडिया के लिए खतरनाक स्टंट करने वालों को भी सतर्क रहने की अपील की।

क्या इलाज के बहाने कराया जा रहा था धर्म परिवर्तन? VIDEO वायरल…

इलाज के बहाने कराया जा रहा था धर्म परिवर्तन

 धर्म परिवर्तन का मामला: रतलाम में इलाज के बहाने धर्मांतरण कराने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। चार आरोपियों में से तीन को रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि मुख्य आरोपी विक्रम सिंह (35) को कोर्ट से एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश में है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं…. 5 सितंबर को रतलाम के थाना औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत टैंकर रोड स्थित एक झोपड़ी में इलाज के बहाने धर्मांतरण कराने की सूचना सामने आई। जानकारी मिलने पर हिंदू संगठनों के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। बता दें जांच के दौरान चार लोगों को पकड़ लिया। इस दौरान झोपड़ी का मालिक मौके से फरार हो गया था, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस गहराई से जांच कर रही है। मौके पर पहुंची टीम को बड़ी संख्या में जनजातीय लोग मिले, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। सभी वहां प्रार्थना और इलाज के उद्देश्य से एकत्रित हुए थे। जांच के दौरान झोपड़ी से बाइबल और क्रॉस जैसे धार्मिक प्रतीक भी बरामद हुए, जिससे धर्मांतरण की गतिविधियों की आशंका लगाई गई । पुलिस इन सभी पहलुओं की जांच कर रही है। धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चारों आरोपियों पर मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3 और 5 के तहत केस दर्ज किया है। रविवार को सभी आरोपियों को विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां तीन आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं, मुख्य आरोपी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके। यह भी पढ़ें: https://chambalkichugli.com/unknown-miscreants-killed-the-young-man-with-a-knife-and-knew-the-whole-matter/

युवक की निर्मम हत्या: अज्ञात बदमाशों ने चाकू से गोदकर मौत के घाट उतारा, जानिए पूरा मामला

युवक की निर्मम हत्या

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक युवक की निर्मम हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है। अज्ञात बदमाशों ने उसे चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। आसपास के लोग भयभीत हैं। जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद कर रहे हैं। बता दें कि घटना बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मण तलैया हीरा भूमिया मंदिर की सीढ़ियों पर हुई, जहाँ आनंदपाल का शव खून से लथपथ पड़ा था। उसकी चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुँच गई। उन्होंने जाँच शुरू कर दी है। मृतक के खिलाफ दर्ज थे कई आपराधिक मामले बताया जाता है कि मृतक युवक आनंद पाल हलवाई का काम करता था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज थे। प्रारंभिक जांच में पुलिस यह संभावना जता रही है कि उसकी हत्या किसी पुराने विवाद के कारण की गई है। मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है ताकि हत्या के पीछे के असली कारणों का पता लगाया जा सके। यह भी पढ़ें:https://chambalkichugli.com/the-height-of-superstition-tantriks-exorcism-on-pregnant-woman-video-goes-viral/

भारत ने 8 साल बाद जीता एशिया कप, साउथ कोरिया को हराकर Hockey World Cup का टिकट किया पक्का

भारत ने 8 साल बाद जीता एशिया कप

Hockey Asia Cup 2025 Final: भारत ने मेंस हॉकी एशिया कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। रविवार को बिहार के राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए डिफेंडिंग चैंपियन साउथ कोरिया को 4-1 से करारी शिकस्त दी। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने चौथी बार एशिया कप का ताज अपने सिर सजाया। साथ ही 2026 में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। भारत ने बनाई अजेय बढ़त भारत ने फाइनल मैच की शुरुआत से ही आक्रामक तेवर दिखाए। सुखजीत सिंह ने पहले ही मिनट में गोल करके टीम को बढ़त दिला दी। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में दिलप्रीत सिंह ने गोल करके स्कोर 2-0 कर दिया। दिलप्रीत यहीं नहीं रुके, उन्होंने तीसरे क्वार्टर में एक और शानदार गोल दागा जिससे भारत की पकड़ मजबूत हो गई। चौथे क्वार्टर में अमित रोहिदास ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 4-0 कर दिया। हालाँकि, दक्षिण कोरिया की ओर से एकमात्र सांत्वना गोल सोन द्यून ने किया। चौथी बार बना एशिया कप विजेता टीम इंडिया ने एशिया कप के फाइनल में 5 बार की चैंपियन साउथ कोरिया को हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम किया। इससे पहले भारत ने 2017 में मलेशिया को फाइनल में शिकस्त देकर एशिया कप जीता था। दिलचस्प बात यह रही कि कोरिया दूसरी बार रनर-अप बनी है। 2007 में भी उसे फाइनल में भारत से ही हार झेलनी पड़ी थी। पहले ही मिनट में सुखजीत का गोल मैच की शुरुआत से ही टीम इंडिया ने आक्रामक रुख अपनाया। पहले क्वार्टर के पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने शानदार फील्ड गोल कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। 9वें मिनट में भारत को एक सुनहरा मौका मिला जब उसे पेनल्टी स्ट्रोक मिला, लेकिन जुगराज सिंह गोल करने में नाकाम रहे। इसके बावजूद पहले क्वार्टर के अंत तक भारत ने 1-0 की बढ़त बनाए रखी ।