Police Solved The “horse” Dispute: ग्वालियर में रविवार को एक अनोखी घटना सामने आई। एक घोड़ा रहस्यमयी तरीके से बार-बार तीन किलोमीटर दूर महलगांव इलाके के एक ही घर पहुंच जाता था। घरवाले हर बार घोड़े को संभालते और पुलिस को भी सूचना देते, ताकि उन पर चोरी का शक न हो।
ग्वालियर में घोड़े का मज़ेदार विवाद सुलझा
रविवार को महलगांव के निवासी किन्नू अपने घर बार-बार आने वाले घोड़े को लेकर विश्वविद्यालय थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि एक साल में यह घोड़ा दूसरी बार उनके घर पहुँच गया है। किन्नू ने घोड़े को खिला-पिला कर अपने घर बाँध लिया था। मामले की पड़ताल में पता चला कि घोड़ा थाटीपुर निवासी कोमल का है। पुलिस ने कोमल को थाने बुलाया, जिन्होंने शुरू में किन्नू पर घोड़ा चोरी करने का आरोप लगाया। पुलिस के हस्तक्षेप से मामला समझौते और राजीनामे के साथ सुलझ गया।
थाने में समझौते के दौरान घोड़े के मालिक कोमल ने स्वीकार किया कि घोड़े की देखभाल और खिलाने पर जितना खर्च हुआ है, उसकी भरपाई वे करेंगे। हालांकि, इस बात का कारण न तो कोमल बता पाए और न ही किन्नू कि आखिर घोड़ा बार-बार तीन किलोमीटर दूर उनके घर क्यों पहुंच जाता है। यह रहस्यमयी आदत सभी के लिए पहेली बनी हुई है।
पुलिस ने कराया समझौता
एएसआई सुरेन्द्र सिंह (विश्वविद्यालय थाना) ने बताया कि घोड़े को लेकर दोनों पक्षों के बीच राजीनामा हो गया है। समझौते के तहत घोड़े को खिलाने-पिलाने का खर्च मालिक को चुकाना होगा। साथ ही पुलिस ने घोड़े के मालिक को यह सलाह भी दी कि वह अपने घोड़े को बांधकर रखे, ताकि भविष्य में इस तरह का विवाद दोबारा न हो।