Chambalkichugli.com

Gwalior News : सोते हुए ASI का वीडियो वायरल, पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल

mp news

Gwalior News : शहर के माधौगंज थाने में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां सहायक उपनिरीक्षक (ASI) देव सिंह को ड्यूटी के दौरान थाने के भीतर गहरी नींद में सोते हुए वीडियो बना लिया गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिससे पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। घटना के समय ASI देव सिंह अपनी ड्यूटी पर तैनात थे, लेकिन उनकी लापरवाही ने विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाया है। वीडियो में लापरवाही की पूरी तस्वीर वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ASI देव सिंह थाने के एक कमरे में टेबल पर लेटे हुए गहरी नींद में हैं, जबकि इस दौरान उन्हें बाहर जनता की सेवा के लिए सतर्क रहना था। किसी ने उनकी इस लापरवाही को मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। इस मामले पर माधौगंज थाने या पुलिस प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वायरल वीडियो के बाद विभागीय जांच की संभावना बढ़ गई है।यदि दोष सिद्ध हुआ तो ASI देव सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ये भी पढ़ें : NH-719 पर दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार डंपर की टक्कर से मामी-भांजे की मौत…

Bhind News: NH-719 पर दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार डंपर की टक्कर से मामी-भांजे की मौत…

mp news

Bhind News: भिंड। NH-719 पर गुरुवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जहां कैडबरी फैक्ट्री के सामने तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार मामी-भांजे को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भयावह था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। हादसा भिंड के मालनपुर थाना क्षेत्र स्थित कैडबरी फैक्ट्री के सामने हुआ, जहां दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। यह तीन दिन में इस क्षेत्र में दूसरा बड़ा हादसा है। ग्वालियर से लौटते समय हुआ हादसा जानकारी के अनुसार, 35 वर्षीय महिला कल्पना तोमर पत्नी समर्थ सिंह तोमर और उनका भांजा 30 वर्षीय शैलेन्द्र सिंह सिकरवार निवासी छीमका, ग्वालियर से बाइक पर अपने गांव लौट रहे थे। रात करीब 10 बजे जैसे ही वे कैडबरी फैक्ट्री के सामने पहुंचे, ग्वालियर की ओर से आ रहा एक तेज रफ्तार डंपर बेकाबू होकर उनकी बाइक से टकरा गया।टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि शैलेन्द्र अपने मामा के घर छीमका आया हुआ था। वह मामी के साथ किसी काम से ग्वालियर गया था। रात में दोनों बाइक से लौट रहे थे। तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मालनपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया है, जबकि चालक मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। हाईवे पर सुरक्षा की मांग इस हादसे के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि NH-719 पर लगातार तेज रफ्तार भारी वाहन दौड़ते हैं, जिन पर कोई नियंत्रण नहीं है। तीन दिन में दूसरा बड़ा हादसा होने से लोगों की चिंता और नाराजगी दोनों बढ़ गई हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि हाईवे का चौड़ीकरण किया जाए । ये भी पढ़ें : चीफ इंजीनियर की चिट्ठी से उड़े PWD के होश, अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप, जानिए पूरा मामला…  

Gwalior News: चीफ इंजीनियर की चिट्ठी से उड़े PWD के होश, अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप, जानिए पूरा मामला…

Gwalior News

Gwalior News: लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार की चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां अफसरों और ठेकेदारों की मिलीभगत से बिना कोई काम किए ही करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया। इस गड़बड़ी का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, जिन्हें आज भी जर्जर और गड्ढों से भरी सड़कों पर जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। निरीक्षण में खुली पोल ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना जिलों में 210 किलोमीटर सड़कों की पेंच रिपेयरिंग, निर्माण और अन्य मरम्मत कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने दिल्ली की ट्रांसमेटेलाइट इंडिया लिमिटेड को 7 करोड़ 62 लाख 30 हजार रुपये का ठेका दिया था। बता दें ठेके के तहत न तो ज़मीन पर कोई ठोस कार्य हुआ और न ही सड़कों की हालत सुधरी है । इसके बावजूद कंपनी ने विभाग के अफसरों से मिलीभगत कर बिना काम किए ही भुगतान उठाना शुरू कर दिया। अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश अब तक ट्रांसमेटेलाइट इंडिया लिमिटेड को 6 करोड़ 31 लाख 71 हजार रुपये का भुगतान किया जा चुका है, जबकि अधिकांश स्थानों पर कार्य शुरू ही नहीं हुआ था। विभाग के चीफ इंजीनियर (सीई) एसएल सूर्यवंशी ने जब स्थलीय निरीक्षण किया, तो अफसरों और ठेकेदार की इस मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना के कार्यपालन यंत्रियों को नोटिस जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो भी अधिकारी बिना कार्य के भुगतान के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार कर तत्काल जवाब प्रस्तुत करें। ये भी पढ़ें : आखिर क्या है Bhavantar Yojana? एमपी के किसानों को मिलेगा लाभ, जानिए आवेदन की प्रक्रिया

MP News : आखिर क्या है Bhavantar Yojana? एमपी के किसानों को मिलेगा लाभ, जानिए आवेदन की प्रक्रिया

MP Bhavantar Yojana

 Bhavantar Yojana: मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश सरकार एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी भावांतर योजना को शुरू करने जा रही है, जिसे पहले बिना औपचारिक घोषणा के बंद कर दिया गया था। इस खबर में जानिए भावांतर योजना क्या है। यह मध्यप्रदेश के किसानों को कैसे फायदा पहुंचाती है? सीएम मोहन यादव ने दी जानकारी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि किसान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं और सोयाबीन उत्पादकों को घाटा नहीं होने दिया जाएगा। सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय किया गया सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹5328 प्रति क्विंटल है। सरकार किसानों को इसकी भरपाई सुनिश्चित करने के लिए भावांतर योजना के तहत बोनस देगी। किसान संघ के सुझाव पर इस वर्ष विशेष रूप से सोयाबीन किसानों को इस योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। एमपी में किसानों के हित में भावांतर योजना लागू मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ट्विटर (एक्स) पर स्पष्ट किया कि किसानों का कल्याण मध्यप्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि राज्य में सोयाबीन के लिए भावांतर योजना लागू की जाएगी। यदि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम कीमत पर सोयाबीन बिकता है, तो सरकार इस योजना के तहत किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी। किसानों को मिलेगा सीधे खाते में लाभ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि किसान अब भी अपनी सोयाबीन मंडियों में बेच सकते हैं। यदि सोयाबीन एमएसपी से कम मूल्य पर बिकती है, तो भावांतर योजना के तहत उस नुकसान की भरपाई सरकार सीधे किसानों के बैंक खातों में करेगी। इस योजना के लिए जल्द ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है, जिससे किसान आसानी से लाभ उठा सकेंगे । ये भी पढ़ें: समय श्रीवास्तव बने भारत के खिलाफ खेलने वाले भोपाल के पहले क्रिकेटर

Datia News: महिलाओं से बदसलूकी की चुकानी पड़ी कीमत, दो आरोपी 6 माह के लिए सलाखों के पीछे…

MP NEWS

Datia News: दतिया। महिलाओं और लड़कियों के बीच जबरन घुसकर अशोभनीय हरकतें करने और विरोध करने पर मारपीट करने वाले दो आरोपियों को न्यायालय ने दोषी करार देते हुए छह-छह माह के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने दोनों पर 300-300 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। क्या है पूरा मामला प्रकरण के अनुसार, 11 सितंबर 2019 की रात लगभग 9 बजे ग्राम बरधुआं में गणेश विसर्जन के बाद महिलाएं और लड़कियां पारंपरिक नाच-गान में शामिल थीं। इसी दौरान कंदू और बंशी आदिवासी जबरन महिलाओं के बीच घुसकर अभद्र तरीके से नाचने लगे। जब फरियादी श्रीपत ने उन्हें ऐसा करने से रोका, तो दोनों आरोपियों ने उसे गालियां दीं और लाठी से हमला कर घायल कर दिया। यह मामला बाद में थाने तक पहुंचा। ये भी पढ़ें : बैंक मैनेजर को पिस्टल दिखाकर बंधक बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, तालाब किनारे छिपाई थी अवैध पिस्टल…

Ashoknagar News: बैंक मैनेजर को पिस्टल दिखाकर बंधक बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, तालाब किनारे छिपाई थी अवैध पिस्टल…

mp news

Ashoknagar News: अशोकनगर में एसबीआई बैंक मैनेजर को पिस्टल की नोक पर धमकाने और बंधक बनाने वाले आरोपी जीतेन्द्र रघुवंशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लोन की किस्त को लेकर हुए विवाद के बाद आरोपी ने मैनेजर को जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल तान दी थी। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया था। अपनी अवैध पिस्टल को दियाधरी गांव के पास तालाब किनारे जमीन में गाड़कर छिपा दिया था। पुलिस ने आरोपी को दबोचते हुए हथियार भी बरामद कर लिया है। उप शाखा प्रबंधक को बनाया बंधक कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप चौहान के मुताबिक, अशोकनगर के सेन चौराहा स्थित एसबीआई की एसईएमई शाखा के शाखा प्रबंधक विक्रम सिंह रावत और उप शाखा प्रबंधक एक ग्राहक, जितेन्द्र रघुवंशी से ₹90 लाख के सीसी लोन की बकाया किस्त को लेकर चर्चा करने उसके निवास पर पहुंचे थे। आरोपी को पहले भी कई बार नोटिस दिए जा चुके थे, लेकिन वह भुगतान करने से बचता रहा। बातचीत के दौरान जितेन्द्र रघुवंशी अचानक आगबबूला हो गया। पिस्टल तानते हुए बैंक अधिकारियों के साथ गाली-गलौज व मारपीट करने लगा। उसने दोनों के मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिए और उप शाखा प्रबंधक को बंधक बना लिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। उप शाखा प्रबंधक को मुक्त कराया, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। पुलिस ने आरोपी को दबोचा मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राजीव मिश्रा ने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए। कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने रात में आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अवैध पिस्टल को दियाधरी गांव के पास तालाब के किनारे जमीन में दफना दिया था, जिसे पुलिस ने मौके से बरामद कर लिया। आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 529/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं 221, 126(2), 351(2), 324(4), 115(2), 296 BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई में निरीक्षक रवि प्रताप सिंह चौहान, उप निरीक्षक अक्षय कुशवाह, भोजराम भगत समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे। ये भी पढ़ें: ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Lokayukta action: लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, निगम का सफाई दरोगा रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार

Lokayukta action

Lokayukta action : इंदौर। सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकायुक्त लगातार कार्रवाई कर रहा है। बावजूद इसके रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामले में लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के एक सफाई दरोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों दबोच लिया। ₹10 हजार में ट्रैक्टर छोड़ने की मांग लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के अनुसार, फरियादी मनोज चौहान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका ट्रैक्टर C-21 मॉल का मलबा साइट पर डालने के लिए प्रतिदिन ₹500 किराए पर लगाया गया था। 24 सितंबर को नगर निगम जोन क्रमांक 22 के सफाई दरोगा गोपाल पटोना और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराड़िया ने ट्रैक्टर को यह कहकर रोक लिया कि उसमें मलबे के साथ कचरा भी मिला हुआ है। ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया और छोड़ने के एवज में ₹10 हजार की मांग की गई। रकम न देने की स्थिति में ट्रैक्टर को ज़ब्त करने की धमकी दी गई थी। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और आज नगर निगम के सफाई दरोगा को ट्रैक्टर चालक से ₹10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने फरियादी को यह भरोसा भी दिलाया था कि भविष्य में उसे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। ये भी पढ़ें : ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Shivpuri News: ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जताया विरोध, जानिए पूरा मामला

Shivpuri News

Shivpuri News: शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के ग्राम दिदावली में सिचाई परियोजना में भ्रष्टाचार और मुआवजे में भेदभाव को लेकर ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। मुआवजे की अनदेखी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश मध्यप्रदेश के दिदावली गांव में उर नदी सिचाई परियोजना के तहत बनाई जा रही नहर में भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण के कारण ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। नहर की ऊंचाई अधिक होने और खराब निर्माण के कारण पानी रिसकर गांव में घुस रहा है, जिससे ग्रामीणों को गंभीर खतरा है। इसके अलावा, लगभग 60 प्रतिशत ग्रामीणों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है, जबकि कुछ लोगों को ही भुगतान किया गया है। मुआवजा न मिलने और विस्थापन के खतरे के बीच ग्रामीणों ने पानी में खड़े होकर जल सत्याग्रह कर अपने हकों की मांग की है। सरकारी काम में बाधा का मामला दर्ज उर नदी सिचाई परियोजना में काम कर रही कंपनी के कर्मचारियों ने पुलिस थाने में ग्रामीणों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है। 2200 करोड़ की लागत से चल रही इस परियोजना में कंपनी शुरू से ही विवादों के घेरे में रही है। काम को लेकर पहले भी कंपनी के खिलाफ कई शिकायतें की जा चुकी हैं, जिससे परियोजना की प्रगति प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का विरोध और कंपनी का दावा दोनों पक्षों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। ये भी पढ़े : दिल दहलाने वाला हादसा, छत से गिरने से मां और एक साल की मासूम बेटी की मौत..

Bhopal Incident : दिल दहलाने वाला हादसा, छत से गिरने से मां और एक साल की मासूम बेटी की मौत..

Bhopal Incident

Bhopal Incident: भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां एक महिला और उसकी एक साल की मासूम बेटी छत से गिरकर जान गंवा बैठीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।  खून से लथपथ मिलीं मां-बेटी भोपाल के राजवंश कॉलोनी स्थित मित्तल कॉलेज के पास देर रात एक दर्दनाक घटना घटी, जहां 30 वर्षीय गौरी सिसोदिया अपनी एक साल की मासूम बेटी के साथ छत पर टहल रही थीं। अचानक तेज गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो मां-बेटी खून से लथपथ पड़ी मिलीं।  पुलिस ने तुरंत मर्ग कायम कर मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। हादसे के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस हर पहलू पर ध्यान दे रही है। मृतक गौरी सीहोर की रहने वाली मृतक गौरी सिसोदिया सीहोर की रहने वाली थीं। वर्तमान में भोपाल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। बताया जा रहा है कि मां-बेटी वेंटिलेशन स्पेस के बीच गिर गईं, जिसमें पहले उनकी एक साल की मासूम बेटी नीचे गिरी।  इसके कुछ समय बाद गौरी भी पीछे से गिर पड़ीं। दोनों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिवार के सदस्यों और उनके साथ रहने वालों की जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। पुलिस घटना के हर पहलू की जांच में जुटी हुई है। ये भी हैं: ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’….गरबा पंडाल में दिखे हिंदू बेटी बचाओ पोस्टर्स

Love Jihad: ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’….गरबा पंडाल में दिखे हिंदू बेटी बचाओ पोस्टर्स

Love Jihad

Love Jihad: इंदौर। नवरात्रि के रंगों और गरबा की रौनक के बीच इंदौर का एक पंडाल इस बार सामाजिक संदेश दे रहा है। ‘हिंदू बेटी बचाओ अभियान’ के तहत बनाए गए इस गरबा पंडाल को ‘लव जिहाद का कातिल आशियाना’ नाम दिया गया है, जहां प्रतीकात्मक झांकियों और पोस्टरों के जरिए लव जिहाद को लेकर चेतावनी दी जा रही है। बता दें पंडाल में फ्रिज और सूटकेस जैसे प्रतीकों के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे कुछ मामलों में हिंदू लड़कियों का जीवन ठहर सा जाता है या वे गुमनाम अंधकार में खो जाती हैं। इंदौर के इस विशेष गरबा पंडाल की सबसे खास बात यह है कि इसमें प्रतीकात्मक झांकियों के साथ चेतावनी भरे पोस्टर लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है…‘बेटी को बचाओ, लव जिहाद से सावधान।’ इस पंडाल का नाम ‘लाडो’ रखा गया है। आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि यह अभियान हाल ही में इंदौर में गरबा आयोजनों के दौरान सामने आए लव जिहाद के कथित मामलों से प्रेरित है। हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा, “गरबा की रंगीनियों पर लव जिहाद का काला साया न पड़े, इसी उद्देश्य से हमने यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया है। माता-पिता को सतर्क करना जरूरी है, वरना बेटियां भी फ्रिज की तरह ठंडी और खामोश हो जाएंगी।”