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Shivpuri News: कोलारस में संदिग्ध तांत्रिक क्रिया का मामला, देर रात मोहल्लेवासियों ने देखीं अजीबो-गरीब हरकतें

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Shivpuri News: शिवपुरी । कोलारस कस्बे के वार्ड नंबर 3 स्थित जेल रोड नर्सरी के पास मंगलवार रात एक व्यक्ति द्वारा संदिग्ध तांत्रिक क्रिया किए जाने का मामला सामने आया है। घटना देर रात की है, जब मोहल्लेवासियों ने एक व्यक्ति को सड़क किनारे अजीबो-गरीब हरकतें करते देखा। जानकारी के मुताबिक जैसे ही लोगों को इस बात की भनक लगी, संदिग्ध व्यक्ति मौके से फरार हो गया। स्थानीय निवासियों ने तुरंत इस घटना की सूचना कोलारस पुलिस को दी। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। लोगों को किस पर हो रहा शक मोहल्ले के लोगों का कहना है कि यह कोई बाहरी व्यक्ति नहीं था बल्कि वार्ड का ही एक निवासी हो सकता है। लोगों का आरोप है कि इसी व्यक्ति पर पहले भी तांत्रिक गतिविधियों और जादू-टोने के आरोप लग चुके हैं। बताया जा रहा है कि यह तीसरी बार है जब उसे इसी स्थान पर तांत्रिक क्रिया करते हुए देखा गया है। पुलिस जांच में जुटी घटना के बाद स्थानीय लोग भयभीत हैं। उन्होंने प्रशासन से इलाके में निगरानी बढ़ाने की मांग की है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारी आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। यह भी पढ़ें : डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Chambal River: डकैतों से नहीं, इस श्राप से श्रापित हुई चंबल नदी …जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी

Chambal River

Chambal River : भारत की प्राचीन नदियों में से एक चंबल नदी, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बहती हुई प्राकृतिक, सांस्कृतिक और पौराणिक गौरव की प्रतीक है। ऐतिहासिक ग्रंथों में इस नदी का उल्लेख ‘चर्मण्वती’ नाम से मिलता है। माना जाता है कि प्राचीन काल में राजा रंतिदेव ने इसी नदी के किनारे देवताओं को प्रसन्न करने के लिए एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया था। आइए, इस लेख में आगे बढ़ते हुए चंबल नदी से जुड़ी रहस्यमयी कथाओं को जानते हैं… जानिए इसकी रहस्यमयी कहानी चंबल नदी से जुड़ी एक प्राचीन कथा इसे अन्य भारतीय नदियों से अलग बनाती है। मान्यता है कि राजा रंतिदेव द्वारा आयोजित एक महायज्ञ के दौरान ऋषि-मुनियों के आदेश पर हजारों जानवरों की बलि दी गई थी। बलि के बाद बहाए गए रक्त से इस स्थल पर एक धारा बनी, जो आगे चलकर चंबल नदी का रूप ले बैठी। इसी रक्तप्रवाह के कारण इस नदी को अपवित्र माना जाने लगा। बता दें गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी जैसी नदियों को हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है। वहीं चंबल एक मात्र प्रमुख नदी है जिसकी पूजा नहीं की जाती। चंबल नदी की श्रापित मान्यता पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंबल नदी जिसे प्राचीनकाल में ‘चर्मवती’ कहा जाता था, महाभारत की एक अत्यंत दुखद और अपमानजनक घटना का साक्षी रही है। कहा जाता है कि यही वह स्थान था जहाँ कौरवों और पांडवों के बीच चौसर का खेल हुआ था, जिसमें पांडवों ने अपनी पत्नी द्रौपदी तक को हार दिया। इसके बाद कौरवों ने भरी सभा में द्रौपदी का अपमान किया। इस अत्याचार और अपमान से आहत होकर द्रौपदी ने चर्मवती नदी को श्राप दे दिया कि इसकी पूजा कभी नहीं होगी। श्रवण कुमार एक प्राचीन किंवदंती के अनुसार, चंबल नदी श्रवण कुमार की कथा से भी जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि जब श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता को तीर्थयात्रा पर ले जा रहे थे, तो रास्ते में चंबल नदी पार करते समय उन्होंने नदी का पानी पिया। पानी पीने के बाद अचानक उन्हें क्रोध आ गया। वे अपने माता-पिता को वहीँ छोड़कर आगे निकल गए। हालांकि, कुछ दूर जाकर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। वे वापस लौटे, माता-पिता से क्षमा मांगी और फिर एक बार फिर उन्हें साथ लेकर तीर्थयात्रा की ओर रवाना हुए। विकास में चंबल का योगदान मानसून के समय चंबल नदी ने अत्यधिक जल प्रवाह होता है जबकि गर्मियों में जल स्तर काफी गिर जाता है। इसी जल का उपयोग कर केंद्र सरकार ने 1954 में ‘चंबल घाटी परियोजना’ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य नदी के जल का अधिकतम उपयोग करना और बाढ़ नियंत्रण करना था। इस परियोजना के तहत तीन प्रमुख बांधों का निर्माण किया गया। गांधी सागर बांध, राणा प्रताप सागर बांध (चित्तौड़गढ़), और जवाहर सागर बांध (कोटा)। ये तीनों बांध राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित हैं। इनके माध्यम से हाइड्रो पावर उत्पादन किया जाता है, जबकि कोटा बैराज के ज़रिए चंबल के जल का वितरण दोनों राज्यों के किसानों के बीच बराबरी से किया जाता है। डकैतों की धरती चंबल नदी जितनी प्रसिद्ध अपने धार्मिक और विकासात्मक पहलुओं के लिए है, उतनी ही कुख्यात इसके बीहड़ों के कारण भी रही है। लगभग 16 किलोमीटर के चौड़े क्षेत्र में फैले चंबल के बीहड़ों ने लंबे समय तक भारत के सबसे खतरनाक डकैतों को शरण दी। मोहर सिंह, मलखान सिंह, पान सिंह तोमर, फूलन देवी, मुस्तकीम, निर्भय गुर्जर और सलीम गुर्जर जैसे कुख्यात नामों ने यहीं से अपनी गैंगवार और लूटपाट की कहानियाँ रचीं। इन बीहड़ों की भौगोलिक बनावट ने इन्हें पुलिस और सुरक्षा बलों की पकड़ से दूर बनाए रखा। यही कारण है कि आज भी चंबल का नाम सुनते ही लोगों के ज़ेहन में नदी से ज़्यादा डकैतों की छवि उभरती है। यह भी पढ़ें : क्यों प्रसिद्ध है ग्वालियर? जानिए इस ऐतिहासिक शहर की खास बातें

Bhind News: खेतों में बदमाशों का संदिग्ध मूवमेंट, ग्रामीणों ने किया हवाई फायर, जानिए पूरा मामला

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Bhind News: भिंड जिले के असवार थाना क्षेत्र में बदमाशों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। करियावली गांव के पास खेतों में रखवाली कर रहे किसानों ने अचानक 4-5 हथियारबंद बदमाशों को घेर लिया। बता दें बदमाशों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसमें गाली-गलौज के साथ-साथ गोली भी चली। हालांकि ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए हवाई फायर किए, जिससे बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए। जानिए पूरा मामला मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात करीब 1 बजे करियावली गांव के हार में खेतों की रखवाली कर रहे किसानों ने निसार गांव की ओर से चार-पांच संदिग्ध व्यक्तियों को खेतों की पगडंडी से आते हुए देखा। जब ग्रामीणों ने उन्हें पहचानने और रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने अपनी पहचान बताने से साफ इंकार कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण होते ही आसपास के अन्य ग्रामीण भी खेतों पर पहुंच गए और टॉर्च की रोशनी में संदिग्धों पर नजर रखनी शुरू कर दी। जब ग्रामीणों ने जोर से ललकारा, तो बदमाशों ने गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। ग्रामीणों ने आत्मरक्षा के लिए हवाई फायर किए। इससे घबरा कर बदमाश खेतों के रास्ते अंधेरे में छिपते हुए भाग निकले। बदमाशों से परेशान हो रहे ग्रामीण ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10-15 दिनों से क्षेत्र में बदमाशों की लगातार आवाजाही देखी जा रही है। निसार गांव के लोगों ने पहले भी पुलिस को इस बारे में सूचित किया था, लेकिन तब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस जब भी सूचना मिलने पर पहुंचती है, तो बिना हथियार और पर्याप्त संसाधनों के आती है। इसी वजह से इस बार गांव के लोगों ने खुद ही बदमाशों की घेराबंदी करने का फैसला किया। असवार थाना प्रभारी नीतेंद्र मावई ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रात पुलिस को इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली थी। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले निसार गांव से बदमाशों की गतिविधि की खबर जरूर मिली थी, लेकिन उस समय मौके पर कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं पाया गया। यह भी पढ़ें : 15 दिन से गांव के आसपास मंडरा रहे हैं कूनो से भागे चीते , हर रात दिखते हैं, हर दिन बढ़ती है दहशत…

Morena News: 15 दिन से गांव के आसपास मंडरा रहे हैं कूनो से भागे चीते , हर रात दिखते हैं, हर दिन बढ़ती है दहशत…

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Morena News: मुरैना। कैलारस क्षेत्र में बीते 15 दिनों से दहशत का माहौल बना हुआ है। कूनो नेशनल पार्क से भटके हुए चार चीते अब गांवों की ओर रुख कर चुके हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद अब तक उन्हें काबू में नहीं लाया जा सका है। ताजा मामला ग्राम पंचायत सीसीत का है, जहां चार चीतों को एक साथ घूमते हुए देखा गया, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। डरे हुए ग्रामीण अब घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें चीते खुलेआम खेतों और रास्तों में घूमते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में चार-चार शिकारी श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से भागे हुए चीतों की संख्या अब बढ़कर चार हो चुकी है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ताज़ा वीडियो में ये सभी एक साथ घूमते नज़र आ रहे हैं। वीडियो देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई चीता परिवार जंगल की सीमाएं लांघकर ग्रामीण इलाकों में ‘सैर-सपाटा’ करने निकल पड़ा हो। हालांकि वन विभाग की मॉनिटरिंग टीम लगातार इन चीतों का पीछा कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें पकड़कर वापस लाने में कोई ठोस सफलता नहीं मिल सकी है। इस नाकामी ने वन्यजीव प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं ग्रामीणों की चिंता और दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। यह भी पढ़ें : चंबल के डकैतों की दहशत: पान सिंह तोमर से ददुआ तक….जिनके नाम से कांपते थे राजा-महाराजा

Gwalior News: ग्वालियर पुलिस का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 17 घंटे में चारों आरोपी दबोचे…

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Gwalior News, police operation:  ग्वालियर में पुलिस ने अब तक का सबसे बड़ा और सबसे हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन को अंजाम दिया है। आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर इंदौर के एक पुलिसकर्मी को गोली मारकर लूट की सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया। जवाब में ग्वालियर पुलिस ने रातों-रात ‘ऑपरेशन मिडनाइट परस्यू’ शुरू किया। एक ऐसा रणनीतिक अभियान जिसमें दो ASP, दो DSP, 8 थानेदार और 100 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल रहे। इस विशेष दल को नाम दिया गया … ‘क्राइम बस्टर टीम’, जिसने महज़ 17 घंटे में चारों आरोपियों को घेरकर गिरफ्तार कर लिया। क्या थी गैंग की रणनीति वारदात के करीब सात घंटे बाद पुलिस को पहला CCTV फुटेज हाथ लगा, जिसने पूरे मामले की दिशा बदल दी। फुटेज मिलने के महज 10 घंटे के भीतर पुलिस ने चारों बदमाशों को गिरफ्तार कर सनसनीखेज लूटकांड का खुलासा कर दिया। जांच में सामने आया कि यह गैंग दिन में हाईवे किनारे क्रशर और खदानों पर मजदूरी के नाम पर पत्थर तोड़ती थी, लेकिन रात में वही अपराधी हाईवे पर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। इतना ही नहीं, गैंग के काम करने का तरीका भी बेहद शातिर था जिस शहर में ये सक्रिय होते, वहां के लोकल रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वाहनों को कभी टारगेट नहीं करते थे, ताकि शक की गुंजाइश न रहे। यह भी पढ़ें : ऊर्जा क्षेत्र में 23 हजार करोड़ का निवेश, मध्यप्रदेश को मिलेंगे दो नए थर्मल पावर प्लांट…

Bhopal News: डांस फ्लोर पर टूटा प्यार? गर्लफ्रेंड के डांस से आहत युवक ने किया हैरान करने वाला काम

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Bhopal News: भोपाल के लालघाटी स्थित दुर्गा नगर में मंगलवार तड़के एक 21 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान सुमित लोधी के रूप में हुई है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि सुमित ने अपनी गर्लफ्रेंड को किसी अन्य युवक के साथ डांस करते देखा था, जिसके बाद उसने आहत होकर यह कदम उठाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आत्महत्या का कारण मृतक के भाई राहुल लोधी के अनुसार, सुमित सोमवार देर रात तक दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में खुशी-खुशी नाच रहा था। इसी दौरान उसने अपनी प्रेमिका को किसी अन्य युवक के साथ नृत्य करते देखा। राहुल ने बताया कि संभवतः इसी घटना से आहत होकर सुमित ने यह कदम उठाया। सुमित के परिवार के सदस्य रवि लोधी ने बताया कि मंगलवार सुबह लगभग 4:45 बजे, उनकी पड़ोसी पुष्पा आचार्य ने उन्हें बगीचे में किसी के फांसी लगाने की सूचना दी। जब वे घटनास्थल पर पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि सुमित यूकेलिप्टस के पेड़ से अपनी बेल्ट के सहारे लटका हुआ था। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को पेड़ से नीचे उतारा और जाँच के बाद सुमित को मृत घोषित कर दिया। कोहेफिजा पुलिस ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा गया था, जहाँ मंगलवार सुबह यह प्रक्रिया पूरी हुई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। यह भी देखें : ‘कुर्सी से उठो, पीछे हटो’…ग्वालियर DM ने लगाई पार्षद पतियों को फटकार, जानिए पूरा मामला

Gwalior DM News: ‘कुर्सी से उठो, पीछे हटो’…ग्वालियर DM ने लगाई पार्षद पतियों को फटकार, जानिए पूरा मामला

Gwalior DM News:

Gwalior DM News: नवरात्रि के पावन अवसर पर ग्वालियर में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने प्रशासन में तहलका मचा दिया। शहर की समस्याओं पर चर्चा के लिए बुलाई गई पार्षदों की बैठक में महिलाओं की जगह उनके पति पहुंचे, जिसे कलेक्टर रूचिका सिंह चौहान ने सख्ती से नकार दिया। उन्होंने पार्षद पतियों को साफ निर्देश देते हुए कहा, “अब महिलाएं सबल हैं, पत्नियों को ही काम करने दीजिए,” और उन्हें कुर्सी से उठाकर पीछे बिठा दिया। जानिए पूरा मामला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में शहर की जल आपूर्ति, स्वच्छता, सड़क मरम्मत समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी थी। कलेक्टर रूचिका सिंह चौहान ने इस दौरान महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया और कहा कि नवरात्रि का पर्व महिलाओं की शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने साफ कहा कि यदि चुनी हुई महिला प्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियां निभाने के बजाय पतियों पर छोड़ देंगी, तो यह लोकतंत्र का अपमान होगा। जब एक पार्षद पति ने बताया कि उनकी पत्नी व्यस्त थीं, तो कलेक्टर ने कड़ी चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्थानीय पार्षदों ने माना कि ग्रामीण इलाकों में सरपंच पतियों का हस्तक्षेप आम बात है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में इसे रोकना बेहद जरूरी है। कलेक्टर रूचिका सिंह चौहान ने बैठक के अंत में सभी महिला पार्षदों को व्यक्तिगत रूप से बैठक में उपस्थित रहने का निर्देश दिया। इस फैसले को सोशल मीडिया पर खूब सराहा जा रहा है, जहां लोग इसे महिलाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बता रहे हैं। यह भी पढ़ें : ‘माफिया बनो, गांजा बेचो’…. जूनियर डॉक्टर ने छात्रों को दी अनोखी सलाह, अस्पताल परिसर में हुआ बवाल

Morena News: पार्सल कंटेनर में आग लगने की घटना, अमेजन और फ्लिपकार्ट के कई सामान प्रभावित…

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Morena News: मुरैना। सेल्टिक्स बैरियल नेशनल हाइव 44 पर एक पार्सल से भरे कंटेनर में अचानक आग लग गई। कंटेनर से उठते धुएं को देखकर आसपास के स्थानीय लोगों ने तत्परता से दमकल विभाग को सूचना दी। दमकल टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर तेजी से कार्रवाई करते हुए आग पर नियंत्रण पा लिया और बड़ी तबाही होने से बचा लिया। चाय वाले की सतर्कता से बड़ी दुर्घटना टली यह कंटेनर ग्वालियर से नोएडा की ओर जा रहा था, जिसमें अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मिसो, मंत्रा समेत कई ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों के पार्सल भरे हुए थे। कंटेनर का स्टाफ सुबह लगभग 8 बजे चाय पीने के लिए रुका था। इसी दौरान चाय वाले की सतर्कता से आग लगने की बड़ी दुर्घटना टल गई। उन्होंने कंटेनर से उठते धुएं को देखा और तुरंत स्टाफ को सूचना दी, जिसने तत्काल दमकल विभाग को सूचित किया। दमकल प्रभारी रामजीवन उपाध्याय ने बताया कि सुबह के समय होने की वजह से दमकल टीम जल्दी मौके पर पहुंची और एक दमकल वाहन के जरिए आग पर काबू पा लिया गया। इस घटना में केवल कुछ सामान का ही नुकसान हुआ है। यह भी पढ़ें : मध्यप्रदेश से राजस्थान तक खाद की अवैध तस्करी, पुलिस ने जब्त की 60 बोरियां

MP News: मध्यप्रदेश से राजस्थान तक खाद की अवैध तस्करी, पुलिस ने जब्त की 60 बोरियां

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MP News: मध्यप्रदेश के गुना जिले के राघौगढ़ क्षेत्र से अवैध रूप से बड़ी मात्रा में खाद राजस्थान ले जाई जा रही थी। पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर 60 कट्टे डीएपी खाद और एक बोलेरो पिकअप वाहन जब्त किए हैं। इस मामले में आरोपी के खिलाफ FIR भी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। चेकिंग के दौरान अवैध खाद बरामद राघौगढ़ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान एक बोलेरो पिकअप की जांच की गई। जांच में पता चला कि वाहन में सवार लक्ष्मीनारायण लोधा के पास खाद के कोई वैध कागजात मौजूद नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने खाद और वाहन जब्त कर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज पुलिस ने मौके पर उर्वरक निरीक्षक और कृषि विकास अधिकारी को बुलाकर अवैध परिवहन की पुष्टि कराई। इसके बाद खाद के 60 कट्टे जब्त कर पंचनामा बनाया गया। आरोपी लक्ष्मीनारायण लोधा के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 और 7 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह भी पढ़ें : चंबल के डकैतों की दहशत: पान सिंह तोमर से ददुआ तक….जिनके नाम से कांपते थे राजा-महाराजा

MP Cabinet Meeting: ऊर्जा क्षेत्र में 23 हजार करोड़ का निवेश, मध्यप्रदेश को मिलेंगे दो नए थर्मल पावर प्लांट…

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MP Cabinet Meeting: मोहन कैबिनेट की मंगलवार की बैठक में महिला स्वास्थ्य, ई-गवर्नेंस और औद्योगिक विकास पर खास ध्यान दिया गया। सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश में तीन सेक्टरों में हेलिकॉप्टर सेवा पीपीपी मोड पर शुरू करने का फैसला लिया है, जिससे 36 से अधिक शहरों को यह सुविधा मिलेगी। साथ ही, मध्य प्रदेश के अनूपपुर और बैतूल जिलों में कुल 1320 मेगावाट क्षमता के दो नए थर्मल पावर प्लांट लगाने का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, महिला सशक्तिकरण के लिए ‘सुमन सखी चैट बॉक्स’ भी लॉन्च किया गया है। मध्य प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में फिर से बड़ा निवेश करने का निर्णय लिया है। सतपुड़ा ताप विद्युत परियोजना के तहत सारणी में 660 मेगावाट क्षमता का नया थर्मल प्लांट स्थापित करने के लिए राज्य सरकार ने वित्तीय सहायता प्रदान की है। इसके साथ ही, 11,476 करोड़ रुपये की लागत से चचाई में दूसरा थर्मल पावर प्लांट विकसित किया जाएगा। इस प्लांट में 15 प्रतिशत लोन के साथ 660 मेगावाट की यूनिट स्थापित की जाएगी। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि पहले इस प्लांट की अनुमानित लागत 435 करोड़ रुपए थी, जिसे अब बढ़ाकर 11,678 करोड़ रुपए कर दिया गया है। सरकार ने दोनों प्लांट को साल 2030 तक कमीशन करने का लक्ष्य रखा है । मध्य प्रदेश में चिकित्सा और पर्यटन क्षेत्र को सुविधा मध्य प्रदेश सरकार ने सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर के 354 नए पदों को मंजूरी दी है, जो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत 13 प्रमुख अस्पतालों में भरे जाएंगे। मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी बनने के लिए अब एक साल का रेसिडेंट डॉक्टर अनुभव अनिवार्य होगा। इसके साथ ही प्रदेश के सभी धार्मिक और पर्यटन स्थलों में हवाई सेवा शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है। मध्य प्रदेश को तीन सेक्टर में बांटकर हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान की जाएगी, जिससे पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और यात्रियों के लिए सुविधाजनक परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित होगी। यह भी पढ़ें : 150 साल पुराना मांढरे वाली माता मंदिर, महाराष्ट्र से लाई गई थी कुलदेवी अष्टभुजा की दिव्य प्रतिमा