Zomato Platform Fees: जोमैटो ने फेस्टिव सीज़न से पहले अपने ग्राहकों को बड़ा सरप्राइज़ दे दिया है। कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में 20% की बढ़ोतरी कर दी है। पहले जहां हर ऑर्डर पर 10 रुपये चार्ज लिए जाते थे, अब यूज़र्स को 12 रुपये चुकाने होंगे। ये नई फीस देशभर के उन सभी शहरों में लागू होगी, जहां जोमैटो अपनी सेवाएं दे रही है।
जोमैटो ने फिर बढ़ाया चार्ज
जोमैटो ने यह फैसला फेस्टिव सीजन में ऑर्डर की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए लिया है। दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में इज़ाफा किया हो। पिछले साल भी फेस्टिव सीजन से ठीक पहले जोमैटो ने फीस को 6 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया था। उससे सिर्फ तीन महीने पहले ही यह फीस 5 रुपये से 6 रुपये की गई थी। इन आँकड़ों से साफ है कि जोमैटो धीरे-धीरे लेकिन लगातार अपनी फीस बढ़ा रहा है।
ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा असर
जोमैटो द्वारा प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने का यह फैसला ग्राहकों के लिए थोड़ी असुविधा पैदा कर सकता है। अब हर ऑर्डर पर उन्हें पहले से ज्यादा भुगतान करना होगा। हालांकि, कंपनी का कहना है कि यह बढ़ोतरी उसकी बढ़ती ऑपरेशनल लागत और मार्केट की डिमांड को पूरा करने के लिए जरूरी है।
फेस्टिव सीजन में ऑर्डर वॉल्यूम में इजाफा होने की संभावना है। जोमैटो इस अवसर को भुनाने की रणनीति पर काम कर रही है। इसका सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो पहले से ही हर ऑर्डर पर अलग-अलग तरह के चार्जेज का सामना कर रहे हैं।
मुनाफे में गिरावट से बढ़ी चिंता
जून 2025 की तिमाही में जोमैटो की मालिक कंपनी इटरनल लिमिटेड का शुद्ध मुनाफा 36 प्रतिशत घटकर 25 करोड़ रुपये रह गया है। पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 39 करोड़ रुपये था। मुनाफे में आई यह गिरावट कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण संकेत मानी जा रही है।
मुनाफे की कमी के बावजूद कंपनी का शेयर निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे रहा है। 2 सितंबर 2025 को इटरनल का शेयर 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 322.85 रुपये पर बंद हुआ। पिछले छह महीनों में इस शेयर ने 45 प्रतिशत की शानदार छलांग लगाई है।
सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में भी इस शेयर ने 32 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। फिलहाल इसका 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 331.35 रुपये और न्यूनतम स्तर 209.86 रुपये दर्ज किया गया है।
करीब 2.92 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ इटरनल लिमिटेड अब निफ्टी की मजबूत कंपनियों में शुमार हो चुकी है। यही वजह है कि निवेशकों की नजर इस खबर के बाद शेयर पर टिकी रहेगी कि इसका बाजार पर क्या असर पड़ता है।