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Garba jihad: गरबा में गैर-धार्मिक सहभागिता पर रोक, हिंदू संगठनों की ‘गरबा जिहाद’ के खिलाफ चेतावनी…

Garba jihad

Garba jihad: भोपाल। नवरात्रि के साथ गरबा की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस धार्मिक उल्लास के बीच एक नया विवाद भी सिर उठा रहा है। ‘गरबा जिहाद’ के खिलाफ अभियान चलाते हुए कुछ हिंदू संगठनों ने पंडालों के बाहर सख्त चेतावनियों वाले होर्डिंग लगाए हैं। इन होर्डिंग्स में आपत्तिजनक प्रतीकों और भाषाओं के साथ यह संदेश दिया गया है कि ‘संदिग्ध तत्वों’ का प्रवेश वर्जित है। पकड़े जाने पर ‘घर वापसी’ कराई जाएगी।

गरबा पंडाल में प्रवेश के लिए सख्त नियम

मध्य प्रदेश में कथित ‘लव जिहाद’ मामलों को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच हिंदू संगठनों ने नवरात्रि आयोजनों में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। राजधानी भोपाल के अवधपुरी क्षेत्र में श्री कृष्ण सेवा समिति ने इस दिशा में पहला सख्त कदम उठाया है। समिति के कार्यकर्ताओं ने गरबा पंडालों के बाहर होर्डिंग लगाते हुए नए नियमों की सूची जारी की है।

इनमें शामिल हैं: माथे पर तिलक लगाना, हाथों में कलावा बांधना, आधार कार्ड दिखाना, गंगाजल व गोमूत्र से आचमन करनाऔर वराह देवता एवं मां दुर्गा की तस्वीर का नमन करना। समिति का दावा है कि यह कदम धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

हिंदू संगठनों का कहना है कि ये कदम NFSA की तरह पारदर्शिता लाने के लिए हैं ताकि सच्चे भक्तों तक ही गरबा पहुंचे। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के नेता कहते हैं, “गरबा महज डांस नहीं, मां दुर्गा की पूजा है। गैर-हिंदुओं का प्रवेश लव जिहाद को बढ़ावा दे सकता है।”

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